भारत के इस थाने में मारिया शारापोवा और माइकल शूमाकर पर FIR दर्ज, जानें दोनों ने किया क्या अपराध
अगर आप खेलों के शौकीन हैं तो आपने पूर्व टेनिस स्टार मारिया शारापोवा और फॉर्मूला वन रेसर माइकल शूमाकर के बारे में जरूर सुना होगा। दोनों ही अपनी-अपनी फील्ड के मास्टर खिलाड़ी हैं। इन दोनों के खिलाफ भारत के एक थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। सवाल यह है कि आखिर क्या वजह है कि दोनों के खिलाफ भारत के थाने में केस दर्ज हो गया।
मारिया शारापोवा रूस की टेनिस खिलाड़ी रही हैं। वो अपनी खूबसूरती की वजह से भी काफी चर्चा में रहती थीं। इसके साथ ही उनका टेनिस भी बेजोड़ हुआ करता था। बाद में उन्होंने मॉडलिंग भी शुरू कर दी थी। वहीं माइकल शूमाकर को तो फॉर्मूला वन रेस का बादशाह कहा जाता है। वो रेसिंग में कई खिताब अपने नाम कर चुके हैं। उनको हराना कई बार नामुमकिन हो जाता था।
इस थाने में दर्ज हुआ केस
माइकल शूमाकर और मारिया शारापोवा के खिलाफ भारत के जिस थाने में केस दर्ज किया गया है, वो हरियाणा के गुरुग्राम में है। यहां पर इन दोनों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। दोनों के खिलाफ अदालत के आदेश के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। यह केस दिल्ली की एक महिला की शिकायत पर दर्ज की गई है।
दिल्ली की रहने वाली शैफाली अग्रवाल वो महिला हैं जिन्होंने इन बड़े खिलाड़ियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। छतरपुर मिनी फार्म की निवासी महिला ने तहरीर में बताया है कि उन्होंने एक अपार्टमेंट बुक करवाया था जो शारापोवा के नाम वाला प्रोजेक्ट था। वहीं इसमें एक टॉवर का नाम शूमाकर के नाम पर भी रखा गया था।
प्रोजेक्ट के प्रमोटर थे दोनों खिलाड़ी
महिला का आरोप है कि ये प्रोजक्ट साल 2016 तक पूरा होना था लेकिन आज तक शुरू ही नहीं किया गया। दोनों खिलाड़ी प्रोजेक्ट के प्रमोटर थे। शारापोवा तो साइट का दौरा भी करती थीं और यहां पर टेनिस अकादमी खोलने का दावा भी करती थीं। शेफाली ने बताया कि इसी वजह से उन्होंने प्रोजेक्ट में 80 लाख रुपये लगा दिये थे लेकिन दोनों ने खरीदारों को धोखा दिया।
शेफाली और उनके पति को एमएस रियलटेक डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के इस प्रोजेक्ट की जानकारी विज्ञापन के जरिए हुई थी। ब्रोशर में मारिया शारापोवा ही प्रोजेक्ट को बढ़ावा दे रही थीं। वो खरीदारों के साथ डिनर पार्टी करती थीं और झूठे वादे भी करती थीं। सब प्रोजेक्ट के लिए किया गया जो कभी पूरा ही नहीं हुआ।
दोनों पर साजिश रचने का आरोप
मारिया और माइकल दोनों के खिलाफ शेफाली ने साजिश रचने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि खरीदारों को फंसाने के लिए वो साजिश रचती थीं और झूठे सपने दिखाया करती थीं। महिला की शिकायत पर कोर्ट ने आदेश दिया और आईपीसी की धारा 34 सामान्य इरादा, 120-बी आपराधिक साजिश, 406 आपराधिक विश्वासघात और 420 धोखाधड़ी के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।