पंजाब समेत पांच राज्यों में कांग्रेस की करारी हार हो गई। यूपी में तो 80 फीसदी से ज्यादा प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई। कांग्रेस ने इससे बुरा प्रदर्शन कभी नहीं किया था। इसी वजह से पार्टी में अब नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं। गांधी परिवार के ऊपर उनके ही वरिष्ठ नेता सवाल उठाने लग गए हैं।
वहीं दूसरी ओर गांधी परिवार इस संकट के बीच कुछ बड़ा बदलाव करने के मूड में है। इसी वजह से पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पांचों राज्यों के अध्यक्ष से इस्तीफा मांग लिया था। यूपी और पंजाब से इस्तीफे जा भी चुके हैं। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने तो दो लाइनें लिखकर भेज दी हैं। उनका इस्तीफा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
सोनिया गांधी बदलाव के मूड में
पांच राज्यों में मिली करारी हार के बाद अब कांग्रेस बदलाव के मूड में नजर आ रही है। पांचों राज्यों में इतनी बुरी हार के बारे में कांग्रेस ने सोचा भी नहीं था। हालांकि अब अध्यक्ष सोनिया गांधी परिवर्तन करना चाहती हैं ताकि एक बार फिर से पार्टी को खड़ा किया जा सके। इसी वजह से उन्होंने पांचों राज्यों के अध्यक्षों से इस्तीफा मांग लिया था।
आपको बता दें कि कांग्रेस ने पंजाब में बहुत बुरा प्रदर्शन किया है। पार्टी को पंजाब में सिर्फ 18 सीटें ही मिल सकी हैं। इस वजह से कांग्रेस काफी हैरान है क्योंकि पंजाब को कांग्रेस पार्टी का गढ़ माना जाता था। इस बार आम आदमी पार्टी ने उसको पटखनी दे दी और 18 सीटों पर ही समेट कर रख दिया।
चुनाव हार गए हैं सिद्धू
खुद कांग्रेस पार्टी के पंजाब अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अपनी ही सीट बचाने में कामयाब नहीं हो सके। उनको पार्टी ने अमृतसर ईस्ट से चुनावी मैदान में उतारा था लेकिन वो वोटरों का दिल जीतने में नाकाम रहे। उनको आप प्रत्याशी ने करारी मात दे दी। इसी के बाद से सिद्धू पर इस्तीफे का दबाव बनाया जा रहा था।
As desired by the Congress President I have sent my resignation … pic.twitter.com/Xq2Ne1SyjJ
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) March 16, 2022
सिद्धू ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप भी दिया है। उन्होंने इस्तीफे पर दो लाइनें लिखकर भेज दी हैं जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। सिद्धू ने अपने इस्तीफे की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए जानकारी दी है। तस्वीर के साथ ही नवजोत ने दो लाइनें लिखी हैं ‘कांग्रेस पार्टी के हाईकमान की जैसी इच्छा थी वैसी ही मैंने किया है।
पंजाब में अंदरूनी राजनीति पड़ी भारी
पंजाब में कांग्रेस के भीतर जो राजनीति चल रही थी, वो पार्टी पर भारी पड़ गई। पहले अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच काफी बवाल हुआ था। इसके बाद अमरिंदर ने पार्टी से किनारा कर लिया था। वहीं इसके बाद कांग्रेस के सीएम पद के लिए चन्नी और सिद्धू में टकराव हो गया था।
पार्टी आलाकमान ने चन्नी को सीएम पद सौंप दिया था, वही सिद्धू को कांग्रेस अध्यक्ष का पद दे दिया गया था। इसके बाद भी अंदरूनी राजनीति कम होने का नाम नहीं ले रही थी। इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ा और पंजाब में सिर्फ 18 सीटों पर ही सिमटकर रह गई। हालांकि पार्टी में दोबारा मंथन शुरू हो गया है।