अलीगढ में 19 वर्षीय हिन्दू युवती की साड़ी खींचने के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा
उत्तर प्रदेश में कैराना के बाद अब अलीगढ सुर्ख़ियों में है और कारण पहले की तरह ही वही है। यहाँ भी हिंदुओं का पलायन हो रहा है, क्योंकि उनको लगता है कि अब वो यहां सुरक्षित नहीं हैं।
अलीगढ़ में बाबरी मंडी क्षेत्र में एक छेड़छाड़ के मामले ने दो संप्रदायों के बीच अशांति का माहौल पैदा कर दिया। वहीं हिन्दू परिवारों ने जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि प्रश्न उनकी जमीनों के उचित मूल्य दे दे ताकि वो यहाँ से पलायन कर सकें, वो यहाँ अब सुरक्षित महसूस नहीं कर रहें हैं।
हिन्दू समुदाय के लोगों के इस डर का कारण था, जब कुछ दूसरे संप्रदाय के लोगों ने एक 19 वर्षीय हिन्दू युवती की सरे-राह साड़ी खींच ली।
उक्त घटना के बाद दोनों संप्रदायों के मध्य पथराव शुरू हो गया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी हस्तक्षेप करना पड़ा।
38 वर्ष से उसी मोहल्ले में रहने वाली सुधा वार्ष्णेय का मानना है कि, ” हमारी बेटियाँ अब यहाँ सुरक्षित नहीं हैं।”
“यहां पर ज्यादातर परिवार अपनी संपत्ति बेच कर यहाँ से पलायित हो रहे है और जो बचे हैं वो जाने को तैयार है, हमारा यहां रहना बहुत ही मुश्किल होता जा रहा है, क्योंकि हम यहाँ के अल्पसंख्यक हैं।”
सुधा ने आगे बताया कि, “मोहल्ले में गलियां काफी सकरी हैं और हमारी लड़कियों को परेशान करने के लिए दूसरे संप्रदायों के लड़के गली की दोनों किनारों पर बैठ जातें है, इसके भय से न जाने कितनी युवतियों और बच्चियों ने स्कूल भी जाना छोड़ दिया है।”
मामले का संज्ञान लेने के बाद एडीएम अवधेश तिवारी ने कहा कि, “हम ध्यान रखेंगे की आगे से किसी भी परिवार का इन मुश्किलों की वजह से पलायन न होने पाये।”