अब सियासी पिच पर जमकर शॉट लगाएंगे लखीमपुर वाले मंत्री ‘टेनी’, चुनाव नतीजों ने ऐसे बढ़ाया कद
हाल ही में यूपी का लखीमपुर जिला काफी चर्चा में आया था। इसकी वजह किसानों पर गाड़ी चढ़ाना और उनकी मौत थी। इस मामले में जो मंत्री सबसे ज्यादा चर्चा में रहे थे वो अजय मिश्रा उर्फ टेनी थे। उनके बेटे को इस केस में जेल भी जाना पड़ा था। इसके बाद मंत्री और भाजपा दोनों पर ही सवाल उठने लगे थे।
टेनी को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग भी होने लगी थी। हालांकि अब टेनी के दोबारा अच्छे दिन शुरू हो गए हैं। इसकी वजह यूपी चुनाव के परिणाम हैं जो मंत्री के लिए राहत की खबर लेकर आए हैं। उनके गृह जनपद में पार्टी ने चुनाव में ऐसा प्रदर्शन कर लिया है जिसके बाद टेनी का कद बढ़ना तय माना जा रहा है।
लखीमपुर की सभी सीटें भाजपा की झोली में
यूपी चुनाव परिणाम में लखीमपुर के नतीजों ने पार्टी को काफी उत्साहित कर दिया है। एक समय ऐसा माना जा रहा था कि लखीमपुर कांड और उसमें मंत्री टेनी के बेटे का नाम आने पर भाजपा को बड़ा नुकसान होने जा रहा है। हालांकि ऐसा हुआ नहीं और चुनाव नतीजे एकदम उलट आए जिसने बीजेपी नेता को भी चौंका दिया।
लखीमपुर जिले की सभी सीट भारतीय जनता पार्टी की झोली में आ गई है। इस जिले में 8 सीटें हैं और सभी आठों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने अपना कब्जा कर लिया है। इससे साफ है कि लखीमपुर कांड का कोई असर भाजपा के वोटबैंक पर नहीं पड़ा। पार्टी ने दमदार प्रदर्शन कर सभी सीटें अपने नाम कर लीं।
अब बढ़ेगा कद, खुलकर करेंगे सियासत
भाजपा संगठन ने अजय मिश्रा टेनी को केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री बनाया हुआ है। इसके जरिए संगठन की सोच ब्राह्मण वोटों को साधने की थी। लखीमपुर में किसानों की मौत के बात अजय मिश्रा भी थोड़ बैकफुट में आ गए थे लेकिन अब जब आठों सीटें बीजेपी ने जीत ली हैं तो उनका कद बढ़ गया है। अब वो खुलकर सियासत करेंगे।
वैसे पार्टी ने लखीमपुर कांड को बड़े धैर्य के साथ मैनेज किया। पार्टी के ऊपर टेनी के इस्तीफे का दबाव था लेकिन बीजेपी ने कानून व्यव्स्था को अपना काम करने दिया। इसके साथ ही पूरे मामले पर चुप्पी साधे रखी।
नतीजा भी सबके सामने है कि लोगों ने लखीमपुर कांड के बारे में बिना सोचे ही पार्टी को वोट दिया है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि लखीमपुर की जिन दो विधानसभा सीटों पर इस पूरे घटनाक्रम का सबसे ज्यादा असर पड़ा था वह दोनों सीटें भाजपा ने 40 हजार वोटों से ज्यादा के अंतराल से जीतीं।
परिणाम बदल सकती थी ये घटना
विशेषज्ञ मानते हैं कि लखीमपुर में हुई घटना पूरे यूपी चुनाव का नतीजा ही बदल सकती थी। वहीं भाजपा ने शांत रहकर इस मुद्दे को ठंडा कर दिया और लखीमपुर में अपना परचम लहरा दिया। बीजेपी ने चुप रहकर मुद्दे को बेअसर ही नहीं किया बल्कि अपने मंत्री को भी बचा लिया। इसके साथ ही अब अजय मिश्रा टेनी दोबारा से अपने मिशन में जुट सकेंगे। उनको ब्राह्मण वोटों को साधने के लिए पार्टी ने मंत्री बनाया है।