जानिए क्यूँ 6000 करोड़ की कंपनी का वारिस कर रहा कोच्चि में वेटर की नौकरी
कोई भी स्कूल, कॉलेज या यूनिवर्सिटी हमें अच्छी शिक्षा दे सकती हैं लेकिन जिंदगी को किस तरह से जीना है ये बातें अनुभवों से ही सीखी जा सकती हैं। 1,025 करोड़ रुपए वार्षिक टर्न ओवर और 6000 करोड़ की कंपनी के वारिस द्रव्य को जब उनके पिता सावजी ने ये कहा तो द्रव्य ने पिता की दी हुई चुनौती को स्वीकार कर लिया है। वह ऐसी जगह गए जहां की स्थितियां उनके लिए नई हों और यहां तक कि वहां की भाषा भी अलग हो।
पिता की ये बातें सुनकर द्रव्य ने अपने पिता से इजाजत ली और कोच्चि चले गए वो जहां भी नौकरी मांगने गए, उन्होंने झूठी कहानियां सुनाई। कभी अपने आपको एक गरीब परिवार में पैदा हुआ बताया तो कभी कहा कि घर में पैसों की जरूरत है आगे पढ़ना चाहते हैं गरीब हूँ तो केवल 12वीं तक की पढ़ाई कर सका। द्रव्य को पहली नौकरी एक बेकरी में मिली। फिर उन्होंने एक कॉल सेंटर, जूते की दुकान और मैकडॉनल्ड्स में काम किया। पूरे महीने अलग-अलग जगहों पर काम करने के बाद द्रव्य ने 4,000 रुपए कमाए। इससे पहले द्रव्य ने को कई जगहों पर काम नहीं दिया गया। उन्होंने कहा की – शुरू के 5 दिन मेरे पास न तो नौकरी थी और न ही रहने की कोई जगह। मैं 60 जगहों पर नौकरी मांगने गया और लोगों ने इन्कार कर दिया। मुझे पता चला कि लोगों के लिए नौकरी की क्या अहमियत होती है।