उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजों पर सबकि नजरें टिकी हुई हैं। आज यानि मार्च 2022 को इसके नतीजे आने वाले हैं। अधिकारिक तौर पर नतीजों का ऐलान होने में फिलहाल कुछ समय बाकी है, लेकिन उसके पूर्व ज्योतिषाचार्य आचार्य आलोक अवस्थी ‘वेदाश्वपति’ ने भविष्यवाणी कर दी है। तो चलिए जानते हैं उनके अनुसार इस बार यूपी में किसकी सरकार बनेगी।
BJP का टाइम खराब, पर योगी की होगी चांदी
ज्योतिषाचार्य आचार्य आलोक अवस्थी ‘वेदाश्वपति’ बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी 6 अप्रैल 1980 को गठित हुई थी। ऐसे में उसकी कुंडली में ए मई 2022 तक का टाइम खराब दिख रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार योगी आदित्यनाथ जी की पत्री में राजयोग साफ नजर आ रहा है।
लेकिन योगी जी पर अभी साढ़े साती मंडरा रही है जिसके चलते उनकी लाइफ में मेंटल प्रेशर और स्ट्रगल दिख रहा है। हालांकि इन सबके बावजूद भाजपा उत्तर प्रदेश में बहुमत से सरकार बनाने में सफल रहेगी, लेकिन बाकी राज्यों पंजाब, उत्तराखंड में पार्टी को जीत का मुंह देखने के लिए कुछ साल और इंतजार करना पड़ सकता है।
बीजेपी फिर संभालेगी सत्ता
उत्तर प्रदेश राज्य का गठन 1 अप्रैल 1937 को हुआ था। इस लिहाज से यूपी की कुंडली देखें तो इसका लग्न धनु है और लग्नेश गुरु दूसरे भाव में, शनि, बुध और सूर्य चौथे भाव में, शुक्र पांचवे भाव में, केतु छठवें और मंगल, राहु एवं चंद्र बारहवें भाव में मौजूद है। 2031 तक राहु की महादशा रहेगी, वहीं 2023 तक बुध की अन्तर्दशा रहेगी। इन वर्तमान ग्रह दशाओं के अनुसार यूपी की पत्री में राज्य की सत्ता बदलने के योग नह दिख रहे हैं। अर्थात योगी जी की सत्ता फिर से कायम रहेगी।
आर्थिक रूप से मजबूत होगा यूपी
उत्तर प्रदेश की कुंडली में एक और दिलचस्प चीज दिखी। बाहरवें भाव में चंद्र और मंगल के साथ स्थित राहु की महादशा में यूपी को बहुत प्रसिद्धी मिलेगी। राहु की महादशा व दूसरे भाव में मौजूद लग्नेश और चतुर्थेश गुरु की महादशा में यूपी धर्म, पर्यटन, उद्योग, आदि क्षेत्र में धनी राज्य बनेगा। वहीं भविष्य में ये भारत की नई आर्थिक राजधानी बनकर सामने आएगा।
सपा और कांग्रेस की क्या स्थिति रहेगी?
यूपी के प्रमुख नेताओं की कुंडली पर नजर डालें तो पता चलता है कि हाथी की चाल प्रभावशाली नहीं रहेगी। वहीं बसपा 2-3 सीटों तक ही हाथ पैर मार पाएगी। हालांकि प्रियंका गांधी कांग्रेस के लिए 15-20 सीटों तक खींच सकती है। उत्तर प्रदेश में सपा ने कमल को भले जोरदार टक्कर दी हो, लेकिन जीत का सहरा भाजपा ही पहनेगी।