मुंबई की सड़कों पर भूखे सोते थे विक्की कौशल के पिता, इस सुपर स्टार के पिता बने थे सहारा
बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता विक्की कौशल के पिता और मशहूर एक्शन डायरेक्टर शाम कौशल बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान रखते हैं। शाम कौशल एक समय पर बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने-माने स्टंटमैन रह चुके हैं और उन्होंने कई फिल्मों में फाइटिंग मास्टर का काम किया है। कहा जाता है कि शाम कौशल को अपने करियर की शुरुआत में कई संघर्ष का सामना करना पड़ा था।
आज तो वह भले ही पॉपुलर स्टंट डायरेक्टर है लेकिन एक समय पर उन्होंने ऐसे भी दिन और कई रातें बिताई है जब वह भूखे रहे हैं। पिछले दिनों एक इंटरव्यू के दौरान शाम कौशल ने खुलासा किया था कि करियर की शुरुआत में कई बार वे भूखे ही सड़कों पर सो जाया करते थे।
इसी दौरान मशहूर अभिनेता अजय देवगन के पिता वीरू देवगन ने उन्हें सहारा दिया और अपने घर लेकर गए। उन्ही की वजह से उन्हें बॉलीवुड में काम करने का मौका मिला और आज उनकी गिनती पॉपुलर स्टंट मैन में होती है।
एक इंटरव्यू के दौरान शाम कौशल ने कहा कि, “मैंने अजय के साथ तब से काम किया है जब से मैंने फिल्म इंडस्ट्री में एक स्टंटमैन के रूप में एंट्री की है। मैं उनके पिता वीरू देवगन के साथ काम करता था। मुझे लगता है कि जब मैंने वीरू जी के साथ काम करना शुरू किया तो अजय 4-5वीं क्लास में रहे होंगे। वह उस समय सांताक्रूज में रहते थे। मुझे स्टंट वर्क के बारे में कुछ नहीं पता था। सच कहूं तो मैं उनके साथ सिर्फ एक असिस्टेंट के तौर पर काम कर रहा था। बाद में जब मैं एक्शन डायरेक्टर बना तो मैंने अजय के साथ 1993 में आई फिल्म ‘धनवान’ में काम किया। हमारे बीच एक सम्मानजनक रिश्ता है।”
आगे उन्होंने बताया कि, “कुछ लोग एक दूसरे से मिलते कम हैं लेकिन दिल से जुड़े होते हैं। जरूरी नहीं है कि हम हमेशा एक साथ काम करें। अगर आप ऐसे लोगों से सालों बाद मिलते हैं, तो भी आप उनके लिए स्नेह महसूस करते हैं। एक-दूसरे को पंजाबी झप्पी डाल दें तो वही अपनापन लगता है। और अजय अपने पिता की तरह ही गर्मजोशी से भरे इंसान हैं। जब वीरू जी का निधन हुआ तब मैं कोच्चि में शूटिंग कर रहा था। मुझे हमारे सारे पुराने दिन याद आ गए। खासकर तब जब मैं भूखा सड़कों पर घूम रहा था और वह मुझे अपने घर ले गए और खाना खिलाया।”
बता दें, शाम कौशल पंजाब के टाडा के गांव मिर्जापुर के रहने वाले हैं। वह कामकाज के सिलसिले में मुंबई आए थे। इस दौरान वह मुंबई के सांताक्रूज में एक पीजी में शिफ्ट हुए जहां उनके रूममेट्स स्टंटमैन का काम किया करते थे। कहा जाता हैं कि, इन्हे देखकर ही शाम कौशल काफी प्रभावित हुए और उन्होंने इस काम को अपना पेशा बना लिया।
इसके बाद उन्होंने साल 1980 में रिलीज हुई फिल्म ‘प्रहार’ से बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम कर’ शुरू किया। बता दे उन्होंने अपने करियर में ना सिर्फ बॉलीवुड बल्कि हॉलीवुड की कई फिल्मों में भी काम किया है। वह अब तक ‘क्रिश’, ‘धूम’, ‘बर्फी’, ‘माय नेम इस खान’, ‘ओम शांति ओम’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘रॉकस्टार’, ‘राजनीति’, ‘बाजीराव मस्तानी’, ‘फैंटम’, ‘पीके’ जैसी कई फिल्मों में काम कर चुके हैं।