बिल गेट्स को मात देकर जेफ बेजोस बने दुनिया के सबसे अमीर आदमी जानिए कौन है जेफ बेजोज…
अमीर बनना सब का सपना होता है। हर व्यक्ति चाहता है उसके पास बहुत सारे पैसे हैं। आपने बिल गेट्स का नाम तो सुना ही होगा जो माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सीईओ हैं। वह दुनिया के सबसे अमीर आदमी है। लेकिन अब बिल गेट्स को पछाड़ कर ऑनलाइन रिटेलर कंपनी अमेजन के संस्थापक और सीईओ जेफ बेजोस दुनिया के सबसे अमीर आदमी बन गए हैं। आइए आपको बताते हैं कौन है जेफ बेजोज. jeff bezos worlds richest person.
कौन है जेफ बेजोज :
जेफ बेजोज 12 जनवरी 1964 को मैक्सिको में पैदा हुए थे। उन्होंने अमेजन की स्थापना 1994 में किताबों की ऑनलाइन बिक्री के रूप में की थी। इसके बाद अमेजन ने दूसरी चीजें भी बेचनी शुरू कर दी। उन्होंने इस कंपनी को शुरू करने के लिए न्यू यॉर्क की एक हेज फंड कंपनी की नौकरी तक छोड़ दी। इस कम्पनी का प्रारम्भ उन्होंने अपने गैरेज से किया। अमेजन वर्तमान में ऑनलाइन रिटेल की दुनिया में सबसे बड़ी कंपनी है। लगभग 20 साल पहले वो अरबपतियों की सूची में शामिल हुए थे। वह ब्लू ओरिजिन कंपनी और ‘वाशिंगटन पोस्ट’ अखबार के मालिक भी हैं।
बिल गेट्स से आगे कैसे निकले :
एक मैग्जीन की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज के बंद होते समय बिल गेट्स 90 बिलियन डॉलर के साथ अमीरों की लिस्ट में पहले नंबर पर थे। जबकि बेजोस 89 बिलियन डॉलर के साथ दूसरे नंबर पर थे। गुरुवार को अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी के शेयरों में अचानक उछाल आया जिस की बदौलत वह इस मुकाम पर पहुंचे गए। और बन गए दुनिया के सबसे अमीर आदमी। यह फोर्ब्स मैगजीन का अनुमान है। अमेजन के स्टॉक में करीब 15 डॉलर प्रति शेयर की बढ़ोतरी हुई और माइक्रोसॉफ्ट के स्टॉक में थोड़ी गिरावट आई। बेजोस दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनने वाले सातवें व्यक्ति हैं। इस समय जेफ बेजोस के पास 90.6 बिलियन डॉलर की संपत्ति है। जबकि बिल गेट्स के पास 90 बिलियन डॉलर की संपत्ति है।
जेफ बेजोस ने ट्विटर पर पूछा कहां खर्च करूं अपनी कमाई:
Request for ideas… pic.twitter.com/j6D68mhseL
— Jeff Bezos (@JeffBezos) June 15, 2017
जेफ बेजोस कुछ दिन पहले भी ट्वीट के जरिए एक अजीब सवाल पूछने के कारण चर्चा में आए थे। उन्होंने एक ट्वीट करके पूछा था की ‘अपनी संपत्ति को कैसे डोनेट करें’? उन्होंने ट्वीट पर लिखा, ‘मैं लोगों की भलाई के लिए कुछ करना चाहता हूं ये मेरे काम करने के तरीके के ठीक उलट होगा, मतलब कि ये लॉन्ग टर्म में नहीं बल्कि शॉर्ट टर्म में किया जाएगा। जिससे कि जरूरतमंद को तुरंत फायदा मिल सके। इसके अलावा इसका असर भी लंबे वक्त तक रहे” बहुत से लोगों ने तरह-तरह के सुझाव उन्हें दिए। 24 घंटे के अंदर ही उन्हें 32,000 से ज्यादा जवाब मिले। इसके अलावा वह कैंसर रिसर्च सेंटर को भी 40 मिलियन डॉलर दान कर चुके हैं।