जंगल में राजा को लगी प्यास, अंधे शख्स ने सैनिक को नहीं दिया पानी, फिर खुद राजा गए और..
कहते हैं आपकी बोली आपके बारे में बहुत कुछ कहती है। इससे आपकी अच्छी या बुरी इमेज भी बनती है। जो लोग हमेशा कड़वा बोलते हैं उनसे कोई बात करना पसंद नहीं करता है। वहीं जो मीठे स्वर में बातें करते हैं उनसे हर कोई दोस्ती करना चाहता है। उसका हर कहना खुशी-खुशी मान लेता है। चलिए इस बात को एक दिलचस्प कहानी से समझते हैं।
जंगल में राजा को लगी प्यास
एक राज्य में एक राजा रहता था। उसे शिकार का बड़ा शौक था। एक दिन वह जंगल में अपने कुछ सैनिकों और सरदार को लेकर शिकार करने निकल पड़ा। जंगल में वह रास्ता भटक गया और बहुत दूर चला गया। यहां उसे बहुत जोरों की प्यास लगी। ये बात उसने अपने सैनिकों को बताई।
एक सैनिक की नजर थोड़ी दूर स्थित कुएं पर पड़ी। वह राजा के लिए पानी लेने गया। लेकिन उस कुएं पर एक बूढ़ा और अंधा शख्स बैठा हुआ था। वहीं वहाँ से आने जाने वाले लोगों की जल सेवा कर रहा था। सैनिक उस नेत्रहीन वृद्ध के पास गया और कहा “ऐ पनिहारे एक लोटा पानी दे, हमें कहीं आगे जाना हैं।”
सैनिक की यह बात सुन वृद्ध बोला “यहां से चला जा मुर्ख, मैं ऐसे सैनिकों को पानी नहीं पिलाता।” यह सुन सैनिक गुस्से में वहाँ से चला गया। उसने यह बात सरदार को बताई। अब सरदार उस बूढ़े के पास गया और बोला “ऐ बूढ़े, हमें प्यास लगी है, एक लौटा पानी दे।” नेत्रहीन वृद्ध ने उसे भी पानी पिलाने से मना कर दिया।
इधर राजा की प्यार बढ़ती जा रही थी। उसने पानी के बारे में सरदार और सैनिक से पूछा उन्होंने बताया कि कुएं पर एक नेत्रहीन व्यक्ति है जो पानी पीने से मना कर रहा है। यह सुन राज्य उस नेत्रहीन वृद्ध के पास गए और बोले “बाबा जी, हमें बहुत प्यास लगी है, गला सूखा जा रहा है। यदि आप थोड़ा पानी पिला देंगे तो आपकी बहुत बड़ी कृपा होगी।”
राजा के स्वर सुन नेत्रहीन वृद्ध ने कहा”आप बैठिये राजा साहब, मैं आपको अभी जल पिलाता हूं।” इसके बाद वृद्ध व्यक्ति ने सम्मानपूर्वक राजा को बैठाकर पानी पिलाया। पानी पीने के बाद राजा ने पूछा “बाबा आप तो अंधे हैं। फिर आपको कैसे पता चला कि ये सैनिक व सरदार है और मैं राजा हूँ?”
इसका पर वृद्ध व्यक्ति ने जवाब दिया “इंसान की असली पहचान उसके चेहरे से नहीं, बल्कि वाणी से होती है। सैनिक और सरदार को मैंने उनकी भाषा से पहचाना। वहीं आपक पहचान भी ऐसे ही की।”
कहानी की सीख
यदि आप जिंदगी में आगे बढ़ना चाहते हैं तो आपकी वाणी मधुर होनी चाहिए। मीठे बोल से आप किसी का भी दिल जीत सकते हैं और कुछ भी हासिल कर सकते हैं।