जब बिपाशु बासु ने की थी बप्पी लहरी का सोना चुराने की साजिश, ऐसा था ‘डिस्कों किंग’ का रिएक्शन
हिंदी सिनेमा के दिग्गज सिंगर और म्यूजिक कंपोजर बप्पी लहरी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है। उन्होंने अपनी मेहनत के बलबूते पर बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक बड़ा मुकाम हासिल किया था। उन्होंने अपनी बेहतरीन धुनों के ऊपर देश को झूमने पर मजबूर कर दिया था, बप्पी लहरी ने म्यूजिक इंडस्ट्री में एक लंबी पारी खेली। लेकिन 16 फरवरी साल 2022 को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने 69 की उम्र में अंतिम सांस ली।
अपने करियर में करीब 500 से ज्यादा गाने कंपोज करने वाले बप्पी लहरी को इंडस्ट्री में बप्पी दा के नाम से पहचाना जाता था। इसके अलावा वह ‘गोल्ड किंग’ भी कहे जाते थे क्योंकि उन्हें सोने से काफी प्रेम था। इतना ही नहीं बल्कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में बप्पी लहरी एकमात्र ऐसे सिंगर थे जो बहुत सारा सोना पहने हुए रहते थे।
कहा जाता है कि बप्पी लहरी एक हॉलीवुड आर्टिस्ट एलविस प्रेसले से काफी प्रभावित थे जिसके चलते उन्होंने सोना पहनना शुरू किया था। पिछले दिनों हुए एक इंटरव्यू के दौरान बप्पी लहरी ने कहा था कि, “मैं हॉलीवुड सिंगर एल्विस प्रेस्ली को काफी पसंद करता था। मैंने देखा था कि वह हमेशा एक सोने की चेन गले में पहना करते थे। मुझे उनका वो अंदाज काफी पसंद आया था।” एक रिपोर्ट की माने तो बप्पी दा के पास करीब 754 ग्राम सोना और 4.62 ग्राम चांदी थी।
कहा जाता है कि बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री बिपाशा बासु को बप्पी दा का अंदाज बहुत पसंद था और उनकी ज्वेलरी की बहुत बड़ी फैन थी। ऐसे में उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कह दिया था कि वह बप्पी दा के सोने की चोरी करना चाहती है। वही जब इस बारे में बप्पी लहरी से पूछा गया तो उन्होंने बड़ा ही मजेदार जवाब दिया था।
बिपाशा ने कहा था कि, “बप्पी दा काफी अच्छे इंसान हैं। वो हमेशा उन्हें देखती हैं और उनकी ज्वैलरी चुराना चाहती हैं। वो बहुत ही अच्छी गोल्ड ज्वैलरी पहनते हैं। जो उन्हें बहुत पसंद आती हैं। इसके बाद बप्पी लहरी से एक इंटरव्यू के दौरान मीडिया ने कहा था कि बिपाशा से बचकर रहें, क्योंकि वो उनकी ज्वैलरी चुराना चाहती हैं। इस सवाल के जवाब में बप्पी दा ने हंसते हुए कहा, “नहीं वो बहुत प्यारी हैं। वो ऐसे मांगे, मैं दे दूंगा। चोरी करना ही नहीं पड़ेगा।”
बता दें, महज 19 साल की उम्र में ही बप्पी लहरी ने संगीत निर्देशक के रूप में अपने करियर की शुरुआत कर दी थी। दरअसल, बप्पी लहरी को संगीत की शिक्षा अपने पिता से विरासत में मिली थी। बप्पी लहरी का जन्म 1952 में पश्चिम बंगाल के कोलकाता में शास्त्रीय संगीत मैं एक समृद्ध परंपरा वाले परिवार में हुआ था। उनके पिता अपरेश लहरी एक प्रसिद्ध बंगाली गायक कलाकार थे, जबकि उनकी मां बंसरी लहरी एक संगीतकार के रूप में मशहूर थी। ऐसे में बप्पी लहरी के अंदर भी यह गुण मौजूद थे जिसके चलते उन्होंने संगीत की दुनिया में खूब नाम कमाया।
बता दें, बप्पी लहरी ने अपने करियर में 80 और 90 के दशक में ‘याद आ रहा है’, ‘बॉम्बे से आया मेरा दोस्त’, ‘तम्मा तम्मा लोगे’, ‘इंतेहां हो गई इंतजार की’, ‘जिम्मी जिम्मी’, ‘यार बिना चैन कहां रे’ जैसे कई गाने में म्यूजिक दिया और ऊंचा मुकाम हासिल किया। भले ही बप्पी दा अब इस दुनिया से चले गए हो, लेकिन वह हमेशा अपने गानों के जरिए म्यूजिक इंडस्ट्री में जिंदा रहेंगे।