पति-पत्नी का अखंड साथ: पति संग गाजेबाजे के साथ डोली में आई थी, पति संग गाजेबाजे के साथ उठी अर्थी
ऐसा संयोग बहुत कम देखने को मिलता है जब पति-पत्नी पूरा जीवन एक साथ निभाने के बाद एक साथ ही इस दुनिया को अलविदा कहें। विवाह के समय दूल्हा और दुल्हन पूरा जीवन एक-दूसरे का साथ निभाने का वचन देते हैं। एमपी के छिंदवाडा के एक पति-पत्नी ने जीवन भर ही नहीं मरते दमतक ये वचन निभाया, जब दशकों के वैवाहिक जीवन के बाद पति-पत्नी की अर्थी भी एक साथ उठी।
छिंदवाड़ा के चांद नगर में अजब संयोग देखने को मिला। दशकों तक साथ-साथ रहे पति की मौत का गम पत्नी बर्दाश्त नहीं कर पाई। पति के शव के पास बैठे-बैठ कुछ देर बाद उसने भी प्राण त्याग दिए। चांद नगर में बुजुर्ग की मौत हो गई थी। पति की अर्थी अभी घर से नहीं निकल पाई थी कि करीब 6 घंटे बाद पत्नी ने भी दम तोड़ दिया।
परिजनों के मुताबिक, चांद नगर में रहने वाले गणेश लाल गुप्ता (95) का शाम 6 बजे निधन हो गया था। दशकों तक उनके साथ रहीं उनकी पत्नी गीता गुप्ता (85) पति की मृत्यु को ज्यादा देर बर्दाश्त नहीं कर सकीं। पति के सिरहाने बैठकर ही रोते-रोते रात करीब 12 बजे उन्होंने भी दम तोड़ दिया।
पति-पत्नी की साथ उठी अर्थी
घर में दो बुजुर्गों के एक साथ निधन से पूरा परिवार शोक में डूब गया। आजीवन साथ-साथ रहे बुजुर्ग दंपती की अर्थी एक साथ उठी, तो लोग भावुक हो गए। इस संयोग के बाद बुजुर्ग दंपती की अर्थी एक साथ घर से मोक्षधाम के लिए बैंड बाजे के साथ निकाली गई। इसमें स्थानीय लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। परिवार के लोगों ने बताया कि बुजुर्ग दंपती के बीच बहुत प्रेम था। वे ज्यादातर एक साथ ही भोजन करते थे। दोनों धार्मिक थे। एक साथ मंदिर पूजन करने के लिए भी जाते थे।