मंगलवार को करें इन हनुमान मंत्रों का जाप, बड़ी से बड़ी बाधा भी संकट मोचन के आगे घुटने टेक देगी
जीवन के सभी दुख समाप्त कर देते हैं हनुमान जी के ये 6 मंत्र, स्वयं बजरंगबली करते हैं रक्षा
भगवान हनुमान (Lord Hanuman) को कई नामों से जाना जाता है। जैसे अंजनेय, अंजनी पुत्र, बजरंगबली, महावीर, मारुति और पवनपुत्र इत्यादि हनुमानजी के नाम हैं। इनमें एक नाम संकट मोचन भी है। अर्थात ऐसे देव जो भक्तों के दुखों को हर लेते हैं। कहते हैं जिस शख्स पर हनुमान जी की कृपा होती है उसके जीवन के सभी दुख दर्द खत्म हो जाते हैं।
हनुमान जी की कृपा दृष्टि का पात्र बनने के लिए आपको उन्हें प्रसन्न करना होता है। ऐसे में आज हम आपको हनुमान जी के कुछ खास मंत्र बताने जा रहे हैं। वैसे तो आप इन मंत्रों का जाप कभी भी कर सकते हैं, लेकिन यदि इन्हें मंगलवार के दिन जपे तो सबसे अधिक लाभ मिलता है।
हनुमान मूल मंत्र
“ॐ हनुमते नमः” लाइफ में किसी भी तरह की बाधा आ रही हो, इस मंत्र के उच्चारण से वह खत्म हो जाती है। ये बेहद शक्तिशाली सफलता मंत्र ( कार्य सिद्धि मंत्र ) भी माना जाता है। अपने अटके हुए कार्यों को पूरा करना हो, या किसी नए कार्य का शुभारंभ करना हो तो इस मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए। इससे आपका कार्य बिना किसी बाधा के जल्द पूर्ण हो जाएगा।
हनुमान बीज मंत्र
“ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नम:” यदि आप हनुमान जी को जल्दी प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं तो हनुमान बीज मंत्र का नियमित जाप करना शुरू कर दें। ये मंत्र आपको हनुमानजी की कृपा का पात्र बनता है। इसे जपने से जीवन के दुख-दर्द दूर होते हैं।
हनुमान गायत्री मंत्र
“ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥” इस मंत्र के जाप से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है। इससे आपके साहस और ज्ञान में वृद्धि होती है। इस मंत्र का इस्तेमाल आप अपने दिमाग को शांत, फोकस और तेज रखने के लिए कर सकते हैं। स्टूडेंट्स के लिए तो ये मंत्र बहुत लाभकारी सिद्ध होता है।
अंजनेय मंत्र
“ॐ श्री वज्रदेहाय रामभक्ताय वायुपुत्राय नमोस्तुते ।” इस मंत्र का जाप कर आपकी नौकरी और बिजनस में तरक्की होती है। नई नौकरी पाना हो या प्रमोशन चाहिए, या फिर बिजनेस में मुनाफा डबल करना है, इन सभी स्थितियों में इस मंत्र का जाप करें। इसे गुरुवार से जपना शुरू करें, फिर रोज सुबह 11 बार जपें।
मनोजवं मारुततुल्यवेगं मंत्र
“मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्।, वातात्मजम् वानरयूथमुख्यम् श्रीरामदूतम् शरणम् प्रपद्ये॥” इस मंत्र का अर्थ है मैं हनुमान जी की शरण लेता हूं, जो मन और हवा के समान तेज, सबसे बुद्धिमान, अपनी इंद्रियों को नियंत्रित करते वाले, वानरों में प्रमुख और वायु के पुत्र व श्री राम दूत हैं। इस मंत्र के जाप से हनुमानजी की कृपा मिलती है। वह आपका ध्यान रखते हैं।
हनुमान मंत्र
“ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा” इस मंत्र का जाप 21000 बार करने से बीमारियों , बुरी आत्माओं और अन्य समस्याओं से छुटकारा मिलता है। यदि घर में कोई बहुत बीमार रहता है, या रात में डरावने सपने आते हैं, या कोई अनहोनी होती रहती है तो ये मंत्र बड़ा लाभकारी सिद्ध होता है।