जब किशोर कुमार की इस बात से तंग आकर लता जी ने साथ काम करने से किया था मना, जानिए पूरा किस्सा
भारत रत्न से सम्मानित भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) जी ने इस नश्वर संसार को त्याग दिया है और बीती रात उनका निधन हो गया। एक तरफ जहाँ उनके निधन के बाद सारा देश गमगीन है। वहीं दूसरी तरफ इस महान सुर सम्राज्ञी के जाने के बाद उनका सम्पूर्ण जीवन चरित्र लोगों के सामने एक रील की भांति उभर रहा है। जिसमें बहुत सारे पहलू समाहित हैं। एक तरफ जहाँ लता जी का एक लम्बा संगीत के क्षेत्र का करियर है, तो वहीं दूसरी तरफ कुछ खट्टी-मीठी यादें और इन दोनों तरीके की यादें अब लता जी के फैंस अपने साथ लेकर जीना चाहते हैं।
गौरतलब हो कि लता जी ने अपने दशकों तक चलने वाले लम्बे करियर में कई हिट- सुपरहिट गाने गाए हैं और एक वक्त ऐसा था कि हर दूसरी फिल्म के गाने उनकी ही आवाज में गाए गए। इतना ही नहीं मालूम हो कि उनके गाए गीत सदाबहार हैं और बॉलीवुड में सिंगिग करियर बनाने की चाह रखने वाली हर गायिका, उनकी ही तरह गाना चाहती हैं। बता दें कि अपने जमाने में लता जी ने हर मेल सिंगर के साथ गाने गाए और कहीं न कहीं एक वक्त ऐसा भी था। जब हर मेल सिंगर की यह चाह रहती थी कि वो लता दीदी के साथ सुर से सुर मिलाए।
सिंगर मोहम्मद रफी से लेकर किशोर कुमार तक हमेशा उनके साथ गाना गाने लिए तैयार रहते थे। वहीं लता मंगेशकर और किशोर कुमार के ड्यूट गाने आज के दौर में भी सुने जाते हैं। इतना ही नहीं मालूम हो कि लता जी और किशोर जी में एक समानता थी और वो ये कि इन दोनों का जन्म देश के दिल यानी मध्यप्रदेश में हुआ था, लेकिन क्या आपको मालूम है कि लता दीदी ने एक समय किशोर कुमार के साथ गाना गाने से मना कर दिया था। तो आइए ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि आखिर वो कौन सी वजह थी, जिसके कारण इंदौर की लता दी ने अपने पड़ोसी जिले खंडवा के किशोर कुमार के साथ गाने से मना कर दिया था…
बता दें कि कुछ समय पहले मशहूर गीतकार समीर अंजान कॉमडी सीरियल ‘द कपिल शर्मा शो’ पर पहुचें थे और जहां उन्होंने लता मंगेशकर और किशोर दा से जुड़ा एक मजेदार किस्सा सुनाया गया था। मालूम हो कि समीर ने कपिल के सेट पर बताया कि एक वक्त ऐसा था कि लता दीदी ने किशोर कुमार संग गाना बंद कर दिया था और इसकी वजह किशोर कुमार के चुटकुले थे, क्योंकि किशोर कुमार बात करते करते जोक सुनाने लगते थे और उनके जोक सुनकर लता मंगेशकर खूब हंसती थी।
जिसकी वजह से उनकी आवाज थक जाती थी, और किशोर कुमार गाना गाकर चले जाते थे और ऐसे में ये देखकर लता मंगेशकर जी इतना नाराज़ हुई कि उन्होंने कहा कि, “अब इसे गा लेने दो मैं इनके साथ नहीं गाउंगी।”
ऐसे में भले ही किशोर कुमार के मजाकिया लहजे से परेशान होकर लता जी ने उनके साथ गाने न गाने की बात एक समय कही थी, लेकिन जब हम इन दोनों कलाकारों के साथ में गाए हुए गाने की बात करते हैं तो उसकी अपनी एक लम्बी फेहरिस्त है। लता मंगेशकर जी ने किशोर कुमार के साथ पहली बार साल 1948 में कौन आया रे (जिद्दी) फिल्म का गाना गाया था। वहीं लता मंगेशकर ने किशोर दा के अपने पसंदीदा गानों की चर्चा करते हुए एक बार बताया था कि उनके पसंदीदा गीतो में कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना और चिंगारी कोई भड़के (अमर प्रेम), मेरे सामने वाली खिड़की में (पड़ोसन), तुम बिन जाऊं कहां (प्यार का मौसम), रात कली एक ख्वाब में आई (बुड्ढा मिल गया) आदि है।
इसके अलावा आखिर में बताते चलें कि ये दोनों सितारे न सिर्फ कला में समानता प्रदर्शित करते थे, बल्कि इनका जन्म भी काफी आसपास हुआ था। लता जी का जन्म जहाँ 28 सितंबर, 1929 को इंदौर के सिख मोहल्ले में हुआ था। वहीं 4 अगस्त 1929 को किशोर कुमार का जन्म मध्यप्रदेश के ही खंडवा जिले में हुआ था।
मालूम हो कि किशोर कुमार को खंडवा से काफी लगाव था और जब तक वे जिंदा थे अक्सर खंडवा के पैतृक मकान में ही रहते थे। वहीं पांच साल की उम्र में ही लता ने अपने पिता से गाना सीखना और एक्टिंग करना शुरू कर दिया था और जन्म के बाद से लताजी का ज्यादातर जीवन मुंबई में बीता और आख़िरकार उन्होंने अपनी आखिरी साँस भी मुंबई के एक अस्पताल में ली।