जमीन से हर दो दिन में एक फीट ऊपर उठ जाता है ये मकान। जानिए इसकी खास वजह…
बीकानेर (राजस्थान)! कई बार आपने देखा और सुना होगा कि लोग घर पहले बनवा लेते है, लेकिन जब बाद में जल निकासी आदि की सुविधा की जाती है फिर लेवल से नीचे मकान चला जाता है और फिर जल निकासी की समस्या खड़ी हो जाती है। वैसे यह समस्या किसी एक की नहीं होती ऐसा अक्सर देखने को मिलता, क्योंकि लोग घर बनवाने की जल्दी तो दिखाते हैं, लेकिन जल निकासी आदि की नहीं सोच पाते हैं।
ऐसे में अब आप सोचेंगे कि आखिर ऐसी स्थिति सामने खड़ी हो जाएं फिर व्यक्ति क्या कर सकता है, तो हम आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहें। जिसको पढ़ने के बाद आपको इस समस्या का हल मिल जाएगा।
वैसे इस समस्या का हल जानने से पहले आपसे एक सवाल कर लेते हैं, कि क्या आपने कभी इस बारें में सुना है कि कोई घर हर 48 घंटे में ऊपर उठ जाता हो? नहीं सुना तो हम आपको बता दें कि ऐसा हो सकता है और इसी तकनीक की मदद से जल निकासी आदि की समस्या से बचा जा सकता है, जैसा कि अब बीकानेर में देखने को मिला है।
बता दें कि लेवल से मकान नीचे होने की वजह से जल निकासी की समस्या से सर्वोदय बस्ती का एक व्यक्ति परेशान था। ऐसे में व्यक्ति ने इस समस्या से बाहर निकलने के लिए जैक तकनीक का उपयोग किया और अब व्यक्ति का घर हर 48 घंटे में एक फीट ऊपर उठ रहा है।
इतना ही नहीं बता दें कि इस विषय पर मकान मालिक ओम प्रकाश ने बताया कि उसने हरियाणा के कारीगरों की टीम से सम्पर्क साधा था और अब मकान को तोडक़र पुन: बनाने पर बड़ा खर्च करने से बचते हुए उसके घर को जैक तकनीक से ऊपर उठाया जा रहा है, वह भी कम लागत में।
बता दें कि इसी को लेकर ओमप्रकाश ने आगे बताया कि आठ दिनों में कारीगरों ने जैक की मदद से उनके मकान को करीब दो फीट ऊंचा उठा दिया है और इसे कुल चार फीट ऊंचा उठाया जाना है।
वहीँ कारीगरों के मुताबिक दस दिन में मकान को चार फीट उठाने का कार्य पूरा हो जाएगा। इसके अलावा मालूम हो कि नींव को मजबूत बनाने के लिए सरिए और ग्रिट-सीमेंट का बीम उपयोग में लाया गया है और खास बात यह है कि पूरे मकान में कही हल्की सी दरार तक नहीं आने दी गई है।
100 जैक और 10 कारीगरों की टीम…
वहीं कारीगार टिंकू रोहिला ने बताया कि मकान को 100 हाइड्रोलिक जैक की मदद से ऊपर उठाया जा रहा है और इस कार्य को पूरा करने में 10 अनुभवी कारीगरों की टीम जुटी हुई है। इसके अलावा प्राप्त जानकारी के मुताबिक हर 48 घंटे में जैक की चुडि़या घूमाकर करीब एक फीट मकान को ऊपर उठाया जा रहा है। कारीगर टिंकू के अनुसार 45 गुणा 48 फीट के इस मकान को ऊपर उठाने में 350 फीट लोहे की चैनल और लकड़ी के फट्टों का उपयोग किया जा रहा है।
इसके अलावा बता दें कि यह मकान करीब बारह साल पुराना है और इस दो मंजिला मकान में तीन कमरे भूतल पर और दो कमरे प्रथम तल पर बने हुए है। इसके अलावा रसोई, शौचालय, स्नानघर आदि भी बने हुए है और इन सभी को बिना हटाए व बिना मकान तोड़े हुए इसे ऊपर उठाया जा रहा है।
वहीं टिंकू रोहिला के अनुसार मकान को ऊपर उठाने के साथ उनको बिना नुकसान पहुंचाए आगे पीछे भी शिफ्ट किया जा सकता है। हालांकि पूरे मकान का फर्श फिर से बनाया जाएगा। वहीं आखिर में बता दें कि इस मामले में मकान मालिक ओम प्रकाश ज्याणी का कहना है कि, ” अगर मकान को ऊपर उठाने के लिए पूरा डिस्मेंटल कर दोबारा बनाया जाता तो काफी महंगा साबित होता, लेकिन इस तकनीक की मदद से कम पैसे में अच्छा काम हो रहा है।”