ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे: 3 कॉन्स्टेबल की ऐसी दोस्ती… छुट्टी की अर्जी देख तुरंत दी छुट्टी
2 दोस्त बीमार पड़ गए थे, तीसरे ने लिखा भावुक एप्लीकेशन लेटर कहा मेरा मन नहीं लग रहा उन के बिना ..
पुलिसवालों को छुट्टी लेने के लिए कितने पापड़ बेलने पड़ते हैं इसे सभी अच्छी तरह जानते हैं। लेकिन यहां मामला बिल्कुल उलट है। यहां एक दूसरे के जिगरी दोस्त तीन कॉन्स्टेबल को एक साथ छुट्टी मिल गई। यही नहीं थाना अधिकारी एक कॉन्स्टेबल के खत से इतने पिघले की एक-दो दिन नहीं पूरे चार दिन की छुट्टी मंजूर कर दी।
कॉन्स्टेबल ने लिखा भावुक एप्लीकेशन लेटर
आमतौर पर लोग ऑफिस से छुट्टी तभी लेते हैं, जब कोई जरूरी काम होता है, कोई बीमार हो जाता है या शहर से बाहर जाना होता है। लेकिन जोधपुर के एक कॉन्स्टेबल ने ऐसी छुट्टी ली है, जिसे जानकर आप चौंक जाएंगे। कॉन्स्टेबल ने एप्लीकेशन में ऐसा कारण बताया कि थाना अधिकारी छुट्टी देने से खुद को रोक नहीं पाए और 4 दिन की छुट्टी दे दी। कॉन्स्टेबल ने एप्लीकेशन में लिखा था- दो साथी घर चले गए हैं। मेरा भी मन नहीं लग रहा है। मैं भी छुट्टी पर जाना चाहता हूं।
2 साथी बीमार पड़ गए थे
जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के राजीव गांधी थाने में तैनात कॉन्स्टेबल राजेश कुमार के साथ काम करने वाले कॉन्स्टेबल रामकरण और कर्ण सिंह बीमार हो गए थे। दोनों छुट्टी पर चले गए। राजेश अकेले रह गये थे। हमेशा साथ रहने वाले साथी चले गए थे। इससे राजेश का मन नहीं लग रहा था वो मन से बहुत गिरा-गिरा महसूस कर रहे थे। राजेश को उनकी याद आने लगी और चिंता सताने लगी।
छुट्टी की अर्जी देख तुरंत दी छुट्टी
कॉन्स्टेबल राजेश ने अपनी अर्जी में दो आकस्मिक अवकाश तथा दो राजकीय अवकाश कुल 4 दिनों की छुट्टी देने की गुजारिश की। थानाधिकारी अनिल यादव ने जब छुट्टी का कारण पढ़ा तो वह भी हैरान रह गए। उन्होंने कॉन्स्टेबल की मनोदशा देख छुट्टी देना उचित समझा। उन्होंने कॉन्स्टेबल की छुट्टी को मंजूरी दे दी।
सोशल मीडिया पर चर्चा
राजेश कुमार की छुट्टी के एप्लीकेशन लेटर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। लोग इसे सहकर्मियों के साथ दोस्ती की भावना, और साफगोई से मांगी छुट्टी के लिए राजेश कुमार की जमकर तारीफ कर रहे हैं, और छुट्टी का कारण मन नहीं लगने जैसी बात बताने को बेहद पसंद कर रहे हैं।
छुट्टी को लेकर तनाव में रहते हैं पुलिसकर्मी
यह बात सर्वे में सामने आ चुकी है कि लगातार ड्यूटी करने के चलते पुलिसकर्मी तनाव और अवसाद में रहते हैं। जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट सहित पुलिस विभाग अपने कर्मचारियों का तनाव खत्म करने के लिए कई बार कार्यशाला का आयोजन कर चुका है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें अवसाद के चलते पुलिसकर्मी आत्महत्या जैसे कदम तक उठा लेते हैं। ऐसे में राजेश कुमार की मनोदशा भी अपने साथियों की अनुपस्थिति में कुछ अवसाद जैसी नजर आ रही थी। ऐसी स्थिति में थाना अधिकारी ने छुट्टी देने में कोई देरी नहीं दिखाई।