पैसे और रसूख़ के बल पर भले छूट गए आर्यन खान, लेकिन समीर वानखेड़े भी नायक बन उभरे। जानिए…
बॉलीवुड की गंदगी साफ करने में अहम योगदान देने वाले NCB ऑफिसर समीर वानखेड़े की हुई विदाई...
गुजरा साल 2021 कई मायने में लोगों के जेहन में रहेगा औऱ उसमें एक बात यह भी रहेगी कि बॉलीवुड का कचरा कैसे भर पल्ले में निकलकर इस दौरान बाहर आया। जी हां इसी दौरान पैसे के दम पर एक अभिनेता का पुत्र ड्रग्स केस में फंसने के बावजूद कैसे रिहा हो जाता है। यह भी देखने को मिला।
वहीं जब साल 2022 की शुरुआत हुई तो कहीं न कहीं यह एक दुःखद बात रही कि जिस बॉलीवुड की गंदगी को एनसीबी ऑफिसर समीर वानखेड़े साफ कर रहें थे, उनकी पद से विदाई हो गई। ऐसे में इस बात से सबसे ज़्यादा सुकून की सांस किसी ने ली होगी तो वो आर्यन खान और शाहरूख खान के परिवार के बाद नवाब मलिक ही होंगे।
जी हां एक लंबे समय से समीर वानखेड़े बॉलीवुड की सफाई करने में लगें हुए थे, लेकिन उनके पीछे नवाब मालिक जैसे घाघ ऐसे लगें कि उनका कार्यकाल ख़त्म होने के बाद बेहतर काम के बावजूद एक्सटेंशन नहीं मिला और उन्हें पद छोड़ना पड़ा। बता दें कि समीर वानखड़े आर्यन खान के केस के बाद चर्चा में आए थे और उन्होंने आर्यन खान को एक शिप पर ड्रग्स का सेवन करते हुए पकड़ा था।
वैसे बड़े रसूखदार परिवार के बेटे या परिवार से समीर वानखेड़े का पाला पहली बार नहीं पड़ा था, बल्कि उसके पहले भी वो अपनी ईमानदारी से बड़े-बड़ों से पंगा लेते आ रहें थे, लेकिन उन्होंने ज़्यादा लाइम-लाइट आर्यन केस से बटोरी। वहीं साल 2021 बीतने के साथ ही उनका मुंबई में एनसीबी ऑफिसर के रूप में कार्यकाल भी समाप्त हो गया।
गौरतलब हो कि मुंबई एनसीबी के ऑफिसर पद से हटवाने के लिए महाराष्ट्र में कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बड़ा अहम रोल अदा किया और उन्होंने लगातार बीजेपी नेताओं पर झूठे आरोप मढे कि उनके कार्यकाल एक्स्टेंशन के लिए दिल्ली में जाकर लॉबिंग की जा रही है।
वैसे नवाब मालिक की खीझ छूटना स्वाभाविक भी है क्योंकि नवाब मालिक के दामाद को ड्रग केस में गिरफ्तार करने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि समीर वानखेड़े ही थे। ऐसे में उनका समीर वानखेड़े के पीछे पड़ना स्वाभाविक भी था।
वहीं मालूम हो कि आर्यन के पापा यानी शाहरुख खान से दो-दो हाथ समीर वानखेड़े तभी कर चुके हैं। जब 14 जुलाई 2011 को मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारी के रूप में समीर वानखेड़े ने बॉलीवुड सुपर स्टार शाहरुख खान को रोक लिया था और उस दौरान शाहरुख खान यूरोप से छुट्टियां मनाकर लौटे थे और उनके साथ बड़ी तादाद में बैग्स थे।
ऐसे में पूछताछ के बाद समीर वानखेड़े ने बड़ी तादाद में बैग्स के लिए डेढ़ लाख रुपये का जुर्माना ठोका था और 2021 में फिर एक बार उनका पुत्र आर्यन समीर के हत्थे चढ़ा, लेकिन इस बार भी पैसे के दम पर आर्यन छूट गए और कुछ तथाकथित राजनीतिक लोग समीर वानखेड़े पर ही अंगुली उठाते रहें।
वहीं बता दें कि 2020 में समीर वानखेड़े की NCB में एंट्री हुई थी और उन्हें अगस्त 2020 में सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स केस सौंपा गया था। वहीं इस दौरान वानखेड़े ने इस मामले में 33 लोगों से पूछताछ की और मुंबई से गोवा तक रेड डालकर बॉलीवुड में खलबली मचा दी। इसके बाद वानखेड़े पर प्रचार के लिए बॉलीवुड को निशाना बनाने के आरोप लगने लगे।
फिर भी ईमानदारी के साथ यह शख्स काम करता रहा और इसी बीच मुंबई से गोवा जा रहे एक क्रूज से एनसीबी ने 13 ग्राम कोकीन, 5 ग्राम एमडीएमए, 21 ग्राम चरस और एमडीएमए की 22 गोलियां मिलने का दावा किया और इसी मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद से ही समीर वानखेड़े को घेरने का मौका महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक को मिला और लगातार पद से हटने तक वो उनके टारगेट पर रहें।
वैसे समीर वानखेड़े की ईमानदारी देखना है तो उसके लिए थोड़ा अतीत में भी जाना होगा और एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने साल 2010 में महाराष्ट्र सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट में रहते हुए सिर्फ दो सालों में 2500 लोगों पर टैक्स चोरी के मामले में कार्रवाई की थी और 87 करोड़ रुपये सरकारी खजाने में जमा करवाएं थे।
ऐसे में सिर्फ आरोप लगाने से कुछ नहीं होता और कई बार पैसे के बूते पर किसी रसूखदार का बेटा छूट जाए तो इसका मतलब यह नहीं कि एक नायक को खलनायक समझ लिया जाए।