जब डोली उठने से पहले उठ गई अर्थी: बस एक फोन आया और घर की खुशियां मातम में बदल गईं
जिस शख्स की आवाज में अपना सुर मिलाकर खुशबू ने पूरी जिंदगी बिता देने का फैसला कर लिया था, उसी शख्स की आवाज ने खुशबू के दिलोदिमाग में इतना तनाव घोला कि वो ज़हर बन गया, और इस ज़हर ने खुशबू को मौत की नींद सुला दिया। खुशबू के घर वाले फोन पर आई उस आवाज का जिक्र आते ही सहम जाते हैं। क्या है पूरा मामला आपको आगे बताते हैं-
यूपी के शामली की वारदात
शामली में बाबरी थाना क्षेत्र के कैड़ी गांव निवासी तहसीन ने अपनी पुत्री खुशबू का रिश्ता अनस पुत्र अहसान निवासी गांव हिंड के साथ तय किया था।
लेकिन रिश्ता तय होने बाद से ही वर पक्ष दहेज की मांग करने लगा। दहेज की मांग को देखते हुए ही यह रिश्ता एक बार टूट भी चुका था। लेकिन रिश्तेदारों के समझाने पर यह रिश्ता फिर से तय करा दिया गया। 20 फरवरी की शादी होनी थी।
एक फोन कॉल ने खुशियों को मातम में बदला
खुशबू का पूरा परिवार शादी के तैयारी में जुटा था। घरवालों के मुताबिक तभी मंगलवार शाम अनस ने खुशबू के पास फोन किया और दहेज में स्विफ्ट कार और 5 लाख रुपये की मांग कर डाली।
खुशबू ने सभी बातें अपने घरवालों को बताईं और पिता से यहां शादी करने के लिए इनकार कर दिया। फोन आने और खुशबू को फैसला सुनकर पूरा परिवार परेशान हो गया। परिवार की परेशानी और मजबूरी को देखकर खुशबू तनाव में आ गई।
परेशान खुशबू ने जान दी
परिवार की परेशानी से तनाव में आई खुशबू मकान के निचले हिस्से में बने कमरे में आई और दुपट्टे का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। उस वक्त घरवाले मकान के ऊपरी हिस्से में बैठकर इसी परेशानी को लेकर बात कर रहे थे। तभी कुछ देर बाद जब घर के कुछ सदस्य नीचे पहुंचे तो खुशबू के कमरे की कुंडी बंद थी। आवाज लगाने पर जब दरवाजा नहीं खुला तो उसे तोड़ दिया।
कमरे में खुशबू का शव छत से लटका हुआ था। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जानकारी लेकर शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। आगे आपको बताएंगे की अब तक इस मामले में क्या कार्रवाई हुई है।
दहेज लोभियों के खिलाफ शिकायत दर्ज
युवती के पिता तहसीन ने थाना बाबरी में अनस और उसके पिता अहसान पुत्र बशीर, तथा गुलफाम और एजाज पुत्र अहसान निवासी हिंड थाना थानाभवन के खिलाफ तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। खुशबू की मौत पर घरवाले अब इस बात को लेकर पछता रहे हैं कि रिश्ता एक बार टूटने के बाद वो क्यों दोबारा रिश्ता जोड़ने को तैयार हुए।
ऊपर वाले ने तो एक बार दहेज के दानवों से खुशबू को बचा लिया था। शायद दोबारा रिश्ता जोड़ने में आने वाली दिक्कत को ध्यान में रखकर उन्होंने ये फैसला लिया था, लेकिन इस दिक्कत से बचने की कीमत उन्हें अपनी बेटी की जान से चुकानी पड़ी।