गले में तौलिया और हवाई चप्पल पहने दुकान पर पहुंचा IAS ऑफिसर, दुकानदार बोला – चल भाग यहां से और फिर…
लखनऊ – जब से यूपी में योगी आदित्यानाथ की सरकार बनी है तब से अफसरों और पुलिस के काम करने के तरीकों में काफी बदलाव आया है। ऐसा न सिर्फ यूपी में देखने को मिल रहा है बल्कि अन्य राज्यों में भी देखने को मिल रहा है। इसका ताजा उदाहरण हमें रांची में घटना हुई एक घटना के दौरान देखने को मिला जहां एक IAS ऑफिसर गले में तौलिया और हवाई चप्पल पहने कोर्ट में स्टाम्प खरीदने पहुंचा। वहां इस IAS ऑफिसर के साथ बदसलूकी कि गई और दुकानदारों ने उसे वहां से चले जाने को कहा। IAS Officer Raid on Stamps vendors.
देहाती अंदाज में स्टाम्प खरीदने पहुंचा IAS ऑफिसर :
दरअसल, रांची के एसडीओ भोर सिंह यादव शुक्रवार की सुबह भेष बदलकर कचहरी का मुवाअना करने पहुंचे। क्योंकि उन्हें कचहरी में चल रहे स्टॉप के गोरखधंधे के बारे में कुछ जानकारी पहले से ही थी इसलिए उन्होंने एक देहाती व्यक्ति के अंदाज में गले में तौलिया और हवाई चप्पल पहनकर वहां पहुंचे।
वे यहां काफी देर तक स्टाम्प वेंडरों से कम मूल्य का स्टाम्प खरीदते रहे, जिसके लिए वेंडरों ने स्टॉप का पैसा ज्यादा मांगा। दरअसल, भोर सिंह को सूचना मिली थी कि स्टाम्प विक्रेता कम मूल्य के स्टाम्प पेपर को खत्म हो चुका है ऐसा बोलकर अधिक मूल्य वाले स्टाम्प बेच रहे हैं। ये भी बात सामने आई कि कुछ वेंडरों ने उनके साथ बदसलूकी करते हुए उन्हें वहां से भाग जाने को कहा।
IAS ऑफिसर ने बड़े रैकेट का किया पर्दाफाश :
शहर के एसडीओ वहां काफी देर तक घूमते रहे जिसके दौरान उन्हें एक दलाल मिला जिसने कम मूल्य के स्टाम्प दिलाने की बात कही। उन्होंने उस दलाल को 100 रुपए देकर स्टाम्प लाने को कहा। दलाल ने 80 रुपए अपना कमीशन काटकर 20 रुपए का स्टाम्प लाकर उन्हें दे दिया। जिसके बाद मामला सामने आ गया कि कचहरी में स्टॉप पेपर का काला धंधा चल रहा है।
मौके पर मौजूद एसडीओ की टीम ने दलाल समेत कई वेंडरों को गिरफ्तार किया जिसके बाद कचहरी कैंपस में हड़कंप मच गया। इस बात की खबर मिलते ही दूसरे वेंडर वहां से भागने लगे। आपको बता दें कि बनारस के रहने वाले भोर सिंह यादव 2014 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं। छापेमारी के बाद एसडीओ ने बताया कि यहां स्टाम्प की कमी नहीं है। सभी वेंडरों के पास कम मुल्य के स्टाम्प मौजूद हैं, लेकिन वेंडर कमीशन कमाने के लिए इसकी कमी बताते रहते हैं।