प्लास्टिक सर्जरी की वजह से बर्बाद हुआ साकी-साकी गर्ल का करियर, बॉयफ्रेंड ने भी की ज्यादती…
फिल्म इंडस्ट्री में ‘भाई-भतीजावाद और गुटबाजी’ चलती है और यह सामान्य लोगों को भी पता है, लेकिन कभी- कभार ही कोई इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठा पाता है। वहीं बता दें कि इसी इंडस्ट्री के ‘भाई-भतीजावाद और गुटबाजी’ का सामना एक बार एक डांसर को भी करना पड़ा था और वह डांसर कोई और नहीं बल्कि “ओ साकी-साकी”, “दिल में बजी गिटार” जैसे सुपरहिट गानों में थिरकने वाली डांसर कोयना मित्रा हैं, जिन्होंने एक साक्षात्कार के दौरान इसका खुलासा किया।
बता दें कि उन्होंने उस दौरान कहा कि मैं मानती हूं कि फिल्म इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद और गुटबाजी मौजूद है। मेरे साथ दोनों तरह के बर्ताव हुए हैं। एक समय था जब आउटसाइडर होने के बावजूद मुझे फिल्मों में ब्रेक मिला। फिर एक समय ऐसा भी आया जब मुझे इंडस्ट्री के लाेगों की सबसे ज्यादा जरूरत थी, लेकिन उनमें से कोई भी मेरे साथ खड़ा नहीं रहा और इंडस्ट्री के खिलाफ मुझे हमेशा यह शिकायत रहेगी कि उन्होंने मेरे लिए खुलकर स्टैंड नहीं लिया। वहीं मालूम हो कि आज उनका जन्मदिन है और उनका जन्म 07 जनवरी 1984 को हुआ था। आइए ऐसे में जानें उनसे जुड़ी अन्य बातें…
वहीं बता दें कि कोएना मित्रा (Koena Mitra Birthday) रातों-रात फेम पाने वाली शख्सियत में रही हैं, लेकिन उनका करियर और पर्सनल लाइफ दोनों ही बहुत मुश्किल भरी रही हैं। मालूम हो कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की। इसके बाद स्कूल के दौरान ही उन्होंने ब्यूटी पीजेंट जीता और इस दिशा में आगे बढ़ती चली गईं।
इतना ही नहीं खुद कोएना एक बार बता चुकी हैं कि मॉडलिंग जगत में नाम कमाने के बाद उनकी राह आसान हो गई थी और उन्हें दर दर काम मांगने के लिए भटकना नहीं पड़ता था। लेकिन कोएना ने शायद सोचा भी नहीं था एक समय ऐसा आएगा कि वह गुमनामी में चली जाएंगी।
जी हां राम गोपाल वर्मा ने साल 2002 में एक फ़िल्म बनाई थी जिसका नाम ‘रोड’ था और इस फिल्म के लिए उन्होंने एक स्ट्रैटेजी तैयार की। इनकी स्ट्रैटेजी के मुताबिक वो अपनी मूवी में एक आइटम नंबर डालना चाहते थे, ताकि लोगों का इंट्रस्ट बढ़ सकें। ऐसे में उन्होंने इस रणनीति पर काम करना शुरू किया और वह उस समय की मशहूर मॉडल कोएना मित्रा के पास ऑफर लेकर पहुंचे। दोनों के बीच सहमति बनी। फिर ‘रोड’ में स्पेशल अपीरियंस में कोएना ने ‘खुल्लम खुल्ला’ आइटम सॉन्ग पर डांस किया।
और इसी के साथ साल 2002 में कोएना की बॉलीवुड में एंट्री ‘खुल्लम खुल्ला’ गाने के जरिए हुई। इसके अगले साल वह तमिल फिल्म ‘धूल’ (Dhool) में बतौर स्पेशल अपीरियंस नजर आईं। लेकिन अभी तक कोएना को लीड रोल नहीं मिला था और वह इंडस्ट्री में अपना नाम बनाने में लगी हुई थी।
इसी बीच एक दिन कोएना मित्रा की मुलाकात निर्देशक संजय गुप्ता से हुई और संजय गुप्ता साल 2004 में अनिल कपूर, आदित्य पंचोली, समीरा रेड्डी और संजय दत्त के साथ ‘मुसाफिर’ फिल्म बना रहे थे। इस फ़िल्म में कोएना को भी काम मिला और कोएना मित्रा ने ‘मुसाफिर’ में ‘लारा’ का किरदार निभाया और एक आइटम सॉन्ग ‘साकी साकी’ भी किया। इस बार भी कोएना की अदाएं भारी पड़ी और चारों तरफ उनकी एक्टिंग से ज्यादा ‘साकी साकी’ गाने की धूम रही।
वहीं साल 2004 के बाद कोएना मित्रा ‘साकी साकी’ गर्ल बन चुकी थीं। लेकिन इसी बीच ऐसा कहते हैं कि कोएना मित्रा ने अपने करियर में एक बड़ी गलती कर दी और इसकी वजह से उनका करियर बर्बाद हो गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने एक प्लास्टिक सर्जरी करवाई थी और यह सर्जरी ही उनके करियर के बर्बादी का कारण बनी ऐसी मीडिया में खबरें बनी।
वहीं एक इंटरव्यू में कोएना ने खुद बताया था कि सर्जरी के चलते उनके चेहरे की हालत बहुत खराब हो गई थी। कोएना मित्रा ने करेक्शन सर्जरी करवाई थी, जिसका नाम है ‘Rhinoplasty’, जिसके बाद उन्हें कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो गए थे। चेहरे पर सूजन इतनी बढ़ गई थी कि उन्हें इस प्लास्टिक सर्जरी को ठीक करवाने के लिए कई सर्जरी करवानी पड़ी और इस सर्जरी की वज़ह से वो गुमनामी में जाने को मजबूर हो गई।
इतना ही नहीं मालूम हो कि कोएना का न सिर्फ़ बना बनाया करियर बर्बाद हुआ। बल्कि उन्हें उनके पार्टनर से भी प्रताड़ित ही होना पड़ा। बता दें कि तुर्की के एक शख्स के साथ कोएना रिलेशनशिप में थीं लेकिन उन्हें इस रिश्ते में सिर्फ दर्द मिला। कोएना ने एक बार बताया था कि उनका बॉयफ्रेंड शुरुआत में उनके साथ ठीक-ठाक रहा। फिर कोएना के मुताबिक एक बार उनके पार्टनर ने उन्हें बाथरुम में बंद कर दिया था ताकि वह काम पर न जा सकें।
वहीं एक बार बॉयफ्रेंड ने कोएना को धमकी दी थी कि अगर मैं कभी तुर्की आई तो वह पार्सपोर्ट जला देगा ताकि मैं कभी इंडिया न लौट सकूं। ऐसे में कुल-मिलाकर देखें तो एक समय जो कलाकार अपनी कला से बुलंदियों पर था। उसके जीवन में थोड़ी सी विपरीत परिस्थिति क्या आई, धीरे-धीरे सबकुछ बदल गया और वह गुमनामी में चली गई।