जानिए कैसे, हाथ की सबसे छोटी उंगली यानि कनिष्ठा खोलती है आप के हर राज़!
ये बात तो हम सभी जानते हैं कि हस्तरेखा या हाथों की लकीरों से किसी भी व्यक्ति का भविष्य देखा जा सकता है। लेकिन क्या आपको पता है कि किसी इंसान की उंगलियों से भी उसके बारे में जाना जा सकता है। आज हम आपको आपके हाथ की सबसे छोटी उंगली के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे अंग्रेजी भाषा में “पिंकी फिंगर” और हिंदी में इसे “कनिष्ठा” कहा जाता है। Finger length tells about personality.
यदि कनिष्ठा का पहला हिस्सा बाकी उँगलियों से बड़ा हो :
ऐसे लोग जिनकी कनिष्ठा यानि हाथ कि सबसे छोटी उंगली का पहला हिस्सा बाकी उंगलियों के हिस्सों से बड़ा हो, तो ऐसे लोग हर जगह लोगों की आकर्षण का केंद्र रहते हैं। ऐसे लोगों का व्यक्तित्व उतना प्रभावशाली होता है कि कोई भी आकर्षित हुए बिना नही रह सकता।
यदि कनिष्ठा का बीच वाला हिस्सा सबसे से बड़ा हो :
ऐसे लोग जिनकी कनिष्ठा यानि हाथ कि सबसे छोटी उंगली का बीच वाला हिस्सा बाकी उंगलियों के हिस्सों से बड़ा हो, तो ऐसे लोग बड़े दयालु और साफ़ मन के होते हैं। हालांकि, कनिष्ठा का बीच वाला हिस्सा बाकी उंगलियों से बड़ा हो ऐसे बहुत ही कम लोग पाए जाते हैं।
यदि कनिष्ठा का बीच वाला हिस्सा सबसे बड़ा हो :
वो लोग जिनकी कनिष्ठा यानि हाथ कि सबसे छोटी उंगली का आखरी हिस्सा बहुत छोटा होता है, ऐसे लोग स्वभाव के बहुत अच्छे होते हैं। ऐसे लोगों को सादगी से जीवन जीना काफी पसंद होता है।
यदि कनिष्ठा के सभी हिस्से छोटे हो :
अगर किसी व्यक्ति कि कनिष्ठा के सभी हिस्से छोटे हो तो ऐसे लोग दुनिया की भीड़ में कहीं खो से जाते हैं। ऐसे लोगों के लिए दुसरों से मेल-जोल बढ़ाना काफी मुश्किल होता है। ऐसे लोगों के होने या ना होने से किसी को कोई फ़र्क नहीं पड़ता।
यदि कनिष्ठा का पहला और आखिरी हिस्सा बड़ा हो :
जिन लोगों कि कनिष्ठा का पहला और आखिरी भाग बड़ा होता है वो लोग स्वभाव से काफी अडियल होते हैं। ऐसे लोगों जिस बात के लिए ज़िद पकड़ लेते हैं वो उसे पूरा करके ही दम लेते हैं।
यदि कनिष्ठा का आखिरी हिस्सा छोटा हो :
जिन लोगों कि कनिष्ठा का आखिरी हिस्सा अन्य हिस्सों से छोटा होता है वो लोग किसी पर भी आसानी से भरोसा कर लेते हैं, जिसके कारण इन्हें अक्सर धोखा खाना पड़ता है। लेकिन ऐसे लोग काफी ईमानदार होते हैं।
ऊंगली की लंबाई भी बताती है लोगों का व्यक्तित्व :
कनिष्ठा के अलग-अलग हिस्सों कि लंबाई के अलावा कनिष्ठा की लंबाई भी लोगों के कई राज़ खोलती है। कनिष्ठा जितनी बड़ी होती है वो उतना ही आसानी से आपके व्यक्तित्व के राज़ खोलती है।
यदि कनिष्ठा की लंबाई छोटी हो :
जिन लोगों की कनिष्ठा की लंबाई अन्य लोगों कि तुलना में काफी छोटी होती है वो लोग स्वभाव से काफी शर्मीले होते हैं। ऐसे लोग किसी के साथ जल्दी घुलते मिलते भी नही हैं। भीड़ में रहकर भी ये लोग अकेला पड़ जाते हैं।
यदि कनिष्ठा की लंबाई पहले हिस्से के बराबर हो :
जिन लोगों की कनिष्ठा की लंबाई, तर्जनी के पहले हिस्से के बराबर होती है वो लोग काफी संतुलित जीवन जीना पसंद करते हैं। ऐसे लोगों का व्यक्तित्व काफी साधारण होता है।
यदि कनिष्ठा की लंबाई पहले हिस्से से बड़ी हो :
ऐसे लोग जिनकी कनिष्ठा की लंबाई, तर्जनी के पहले हिस्से से बड़ा होता है वो लोग स्वभाव से काफी चंचल होते हैं। ऐसे लोग दोस्ती करने में काफी माहिर होते हैं। ऐसे लोग काफी रोमांटिक भी होते हैं।
यदि तर्जनी और कनिष्ठा की लंबाई एक समान हो :
तर्जनी और कनिष्ठा की लंबाई एक समान हो ऐसे लोगों कि संख्या काफी कम है। लेकिन अगर आप उनमें से एक हैं तो तो निश्चित ही आप बहुत प्रभावशाली गुण के होंगे और अपने जीवन में बहुत बड़ा मुकाम हासिल करेंगे।