मुस्लिम संगठनों ने हमले के खिलाफ की कार्यवाई की माँग, कहा बाँटने के मंसुबे नहीं होंगे कामयाब!
नई दिल्ली: सोमवार की रात को देश को बहुत बड़ो चोट पहुँची। आतंकियों ने अमरनाथ यात्रा पर जा रही एक बस को निशाना बनाया और 7 लोगों को मार गिराया। हमले में 19 लोगों के घायल होने की भी पुष्टि की गयी। इस हमले के खिलाफ पूरा देश कार्यवाई चाहता है। देश के सभी धर्म के लोग इस हमले की कड़ी निंदा कर रहे हैं। सभी लोग चाहते हैं कि भारतीय सेना इस हमले का बदला ले। amarnath yatra terrorist attack.
मुस्लिम संगठनों ने की हमले की कड़ी निंदा:
आपको बता दें भारतीय सेना ने आतंकियों से बदला लेते हुए लश्कर के 3 आतंकियों को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है। देश के हिन्दू ही नहीं बल्कि मुस्लिम भी इस आतंकी हमले के खिलाफ हैं। जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले पर देश के प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने आतंकियों के इस हरकत को निंदनीय बताया है। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से हमले के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई की माँग की।
संगठन का मानना है कि आतंकी भारत के हिन्दू और मुस्लिमों को बाँटना चाहते हैं। लेकिन उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि आतंकियों की यह कोशिश कभी कामयाब नहीं होगी। जमियत उलेमा-ए-हिन्द के महासचिव महमूद मदनी ने एक बयान में कहा, “जो हमले करके भारत देश के लोगों को आपस में बाँटना चाहते हैं, वो कभी अपाने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे।“
यात्रियों की सुरक्षा के होने चाहिए और कड़े इंतज़ाम:
उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले के खिलाफ पूरा देश एकजुट है। उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले से जुड़े दोषियों की पहचान करके उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई होनी चाहिए। देश को नुकसान पहुँचाने और बाँटने के सपने देखने वालों के नापाक मंसूबे कभी भी कामयाब नहीं होंगे। आपको बता दें हेल के दौरान एक मुस्लिम ने कई लोगों की जान भी बचायी थी।
जमात-ए-इस्लामी हिन्द के महासचिव मुहम्मद सलीम इंजिनियर ने कहा कि, “हम भारत सरकार से यह आग्रह करते हैं कि वह इस जघन्य अपराध से जुड़े लोगों की तलाश करके उन्हें दंड दे। तीर्थ यात्रियों के लिए सुरक्षा के और कड़े इंतज़ाम लिए जाने चाहिए। उनके लिए सुरक्षा और बढ़ा दी जाए। दिल्ली के जामिया नगर इलाके में खुदाई खिदमतगार संगठन ने इस हमले के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला। इसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।