वाराणसी: वैष्णो देवी हादसे के बाद काशी कोरिडोर में भी सतर्कता, वीआईपी दर्शन पर रोक
काशी कोरिडोर मंदिर प्रशासन ने जारी की अपील, जानिए दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को क्या सुझाव दिए गए?
नए साल के पहले दिन वैष्णों देवी धाम में हुए दर्दनाक हादसे के बाद देश भर में खास कर उन मंदिरों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है, जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। वाराणसी में जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी कोरिडोर का उद्घाटन किया तब से वहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है।
हर दिन लोग बड़ी संख्या में बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने आ रहे हैं। भक्तों की बड़ी संख्या को देखते हुए काशी कोरिडोर मंदिर प्रशासन को बाहर से आने वाले और लोकल श्रद्धालुओं के लिए अपील जारी करनी पड़ी है।
मंदिर प्रशासन की श्रद्धालुओं से अपील
– वीआईपी दर्शन को अगले आदेश तक रोक दिया गया है, इसलिए वीआईपी पास लेने का कोशिश ना करें।
– मंदिर प्रशासन ने लोकल लोगों से अपील की है कि बड़ी संख्या में बाहर से श्रद्धालु दर्शन करने आ रहे हैं, ऐसे में लोकल या स्थानीय भक्त सुबह 7:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक दर्शन करने से बचें।
– विश्वनाथ मंदिर के गेट तक वाहनों को न लाएं, इन्हें मैदागिन और गोदौलिया इलाके की पार्किंग में खड़ा करें
– सभी श्रद्धालु प्रशासन द्वारा की जा रही व्यवस्था में सहयोग करें।
आपको बता दें कि देश भर में एक बार फिर से कोरोना के केस बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोनो के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने भी यूपी में दस्तक दे दी है। यूपी में विधानसभा चुनाव को लेकर भी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। लिहाजा मंदिर का प्रशासन और स्थानीय प्रशासन दोनों भक्तों की भीड़ को लेकर विशेष सतर्कता बरत रहा है।
13 दिसंबर को हुआ था काशी कोरिडोर का उद्घाटन
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया था। इस दौरान पीएम मोदी ने इसे अद्भुत मौका बताते हुए कहा था कि आज का भारत अपनी खोई हुई विरासत को फिर से संजो रहा है। काशी विश्वनाथ धाम करीब 5 लाख स्कवॉयर फीट में बना हुआ है।
इस कॉरिडोर के बनने के बाद गंगा घाट से सीधे कॉरिडोर के रास्ते बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए जा सकते हैं। इसकी कुल लागत 900 करोड़ रुपए है। काशी को विश्व के सबसे प्राचीन एवं पवित्र शहरों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि भगवान शिव यहां ब्रह्मांड के स्वामी के रूप में निवास करते हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है।