भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की मिस्ट्री से अब पर्दा उठने लगा है। हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच के लिए गठित की गई कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की रिपोर्ट से बड़ा खुलासा हुआ है। इसमें खराब मौसम को सीडीएस के हेलिकॉप्टर क्रैश होने का एक बड़ा कारण माना जा रहा है। ऐसी जानकारी मिली है कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में गठित कोर्ट ऑफ इंक्वायरी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पूरी कर ली है और उसे अब लीगल विंग के पास कानूनी सलाह के लिए भेजा दिया गया है। उसके बाद यह रिपोर्ट एयरफोर्स चीफ को सौंप दी जाएगी।
डिसओरिएंट हो गया था पायलट
हालांकि, वायुसेना की तरफ से रिपोर्ट को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक कमेटी ने पाया है कि खराब मौसम के चलते पायलट डिसओरिएंट या भ्रमित हो गए, जिसके चलते हादसा हुआ। तकनीकी भाषा में इसे कंट्रोल्ड फ्लाइट इनटू टेरेन (C-FIT) कहते हैं। इसमें पायलट भटक कर मौके की समझ खो देता है और हेलिकॉप्टर के कंट्रोल में होने के बावजूद अनजाने में जमीन, पहाड़, पेड़, पानी या किसी अन्य से चीज टकरा जाता है।
C-FIT क्रैश आमतौर पर खराब मौसम में या फ्लाइट के लैंडिंग फेज में होता है जब पायलट अपने हेलिकॉप्टर या एयरक्राफ्ट को रिकवर नहीं कर पाता है। गौरतलब है कि जनरल बिपिन रावत का Mi-17 V5 चॉपर जिसने सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी, वेलिंग्टन हेलिपैड पर लैंडिंग से बस 7 मिनट पहले क्रैश हो गया था।
जांच कमेटी ने वायुसेना और थलसेना के संबंधित अधिकारियों के बयान रिकॉर्ड किए हैं। साथ ही उन स्थानीयों लोगों से भी बातचीत की है जो इस क्रैश के चश्मदीद थे। उस मोबाइल फोन की जांच भी की गई है, जिससे क्रैश से तुरंत पहले का वीडियो शूट किया गया था। क्रैश हुए हेलिकॉप्टर का फ्लाईट डेटा रिकॉर्डर यानि ब्लैक-बॉक्स भी घटनास्थल से बरामद कर लिया गया था। उसका डेटा भी रिपोर्ट में शामिल किया गया है।
सबसे सेफ माना जाता है Mi-17 V5 चॉपर ‘
Mi-17 V5 चॉपर Mi-17 हेलिकॉप्टर का लेटेस्ट वर्जन है और वीआईपी हेलिकॉप्टर है। हर वीआईपी और वीवीआईपी ड्यूटी में इस हेलिकॉप्टर का ही इस्तेमाल होता है। इसे सबसे सेफ हेलिकॉप्टर माना जाता है। इंडियन एयरफोर्स के पास इस तरह के 131 हेलिकॉप्टर हैं।
हेलीकॉप्टर क्रैश में 14 लोगों की हुई थी मौत
हेलीकॉप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित कुल 14 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे के बाद लगातार सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वायुसेना का सबसे सुरक्षित Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ? कुछ लोगों ने साजिश की भी आशंका जताई थी। एयरफोर्स ने दुर्घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया था, जिससे कि दुर्घटना के कारणों का साफ-साफ पता चल पाए। सूत्रों के मुताबिक अगले हफ्ते औपचारिक रूप से यह इंक्वायरी रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।