इत्र कारोबारी पीयूष जैन की डायरी में मिला एक बड़ा नाम, मच गई चारों तरफ़ खलबली…
भोपाल! इत्र कारोबारी और समाजवादी पार्टी के कृपा पात्र पीयूष जैन के ठिकानों पर छापे के बाद से लगातार न सिर्फ़ पूरे देश की सियासत गरमाई हुई है, बल्कि पीयूष जैन के तार जहां जहां से भी जुड़े हुए मालूम जांच एजेंसी को पड़ रहें हैं।
वहां-वहां अब छानबीन की जा रही हैं गौरतलब हो कि ऐसे में अब जहां इन ठिकानों पर करोड़ों रुपए मिलने के वीडियो वायरल हो रहे हैं वहीं अरबों के कारोबारी पीयूष जैन की जीवनशैली की भी चर्चा हो रही है। लेकिन इसी बीच समाजवादी इत्र बनाने वाले पीयूष जैन के समाजवादी पार्टी से संबंधों की बात भी तेज़ी से लाइम लाइट में उछाली जा रही है और अब इस मामले में मध्यप्रदेश में भी सुगबुगाहट का दौर शुरु हो गया है।
गौरतलब हो कि पीयूष जैन के ठिकानों पर डायरेक्ट्रेड जनरल आफ इंटेलिजेंस की रेड में मिले इनपुट के बाद सीजीएसटी ने भोपाल में भी कार्रवाई को अंजाम दिया है। दरअसल बता दें कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन की डायरी में एक बड़े व्यापारी का नाम निकलकर सामने आया है जिससे यहां भी खलबली मच गई है।
मालूम हो कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों पर डायरेक्ट्रेड जनरल आफ इंटेलिजेंस द्वारा छापामार कार्रवाई की गई थी और जैन के ठिकानों पर डायरेक्ट्रेड जनरल आफ इंटेलिजेंस की रेड में मिले इनपुट के बाद सीजीएसटी ने भोपाल में भी कार्रवाई की हैं और प्राप्त जानकारी के आधार पर सीजीएसटी की एक टीम ने बुधवार को भोपाल में एक कारोबारी के ठिकानों पर जाकर जांच की। वहीं सीजीएसटी की टीम ने गहनता से जांच करने के बाद यहां से दस्तावेज भी बरामद किए। बता दें कि सीजीएसटी की टीम ने यह जांच राजधानी के छोला रोड स्थित एक कारोबारी के ठिकानों पर की।
जानकारी के मुताबिक बता दें कि डायरेक्ट्रेड जनरल आफ इंटेलिजेंस यानि डीजीजीआइ की टीम को इत्र कारोबारी पीयूष जैन के दस्तावेजों में भोपाल के कारोबारी का नाम मिला था और यह नाम पान मसालों के एक बड़े थोक व्यापारी का है। जिसके बाद इसी के आधार पर सीजीएसटी की टीम उस कारोबारी के यहां पहुँच गई और डीजीजीआइ के इनपुट के आधार पर ही सीजीएसटी टीम ने भी यहां जांच की।
वहीं आख़िर में बता दें कि बीते दिनों इनकम टैक्स विभाग और जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की संयुक्त टीम ने पीयूष जैन के कन्नौज स्थिति पैतृक आवास पर भी छापेमारी की थी और उस दौरान उन्हें एक तहखाना मिला था। वहीं उससे भी पहले कानपुर स्थित आवास में भी टीम को तहखाना मिला था।
वहीं एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस तहखाने के अंदर रुपयों से भरे आठ बोरे अधिकारियों को मिलने की बात भी कही गई थी। इतना ही नहीं इसी जांच के दौरान एक डायरी मिलने की बात भी निकलकर आई थी। जिसमें कई बड़े नामों के खुलासे की बात कही जा रही थी और इसी के तहत अब समाजवादी इत्र की ख़ुशबू भोपाल तक आ पहुँची है और जिसकी वज़ह से यहां भी खलबली मचनी शुरू हो गई है।