उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी पार्टियां और उनके नेता अपने प्रचार-प्रसार में लग गए हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) भी अलग-अलग जगहों का दौरा कर और मीडिया में इंटरव्यू देकर अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं।
आप ने अक्सर नोटिस किया होगा कि सीएम योगी अपनी सभाओं में चचा जान और अब्बा जान जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। आखिर वे ऐसा क्यों करते हैं? इसके पीछे क्या राज छिपा है? हाल ही में जीन्यूज के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी को दिए एक इंटरव्यू में योगी आदित्यनाथ ने इस बात का खुलासा किया।
सवाल: आप पर आरोप है कि आप मुस्लिमों को डराने के लिए अपनी सभाओं में अब्बाजान, चचा जान जैसे शब्दों का उपयोग करते हैं।
जवाब: मोदी जी का एक मंत्र है ‘सबका साथ, सबका विकास। हमने उन्हीं से सीखा है कि जाति, भाषा, मजहब के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करना है। लेकिन इसमें कुछ मुद्दे ऐसे भी हैं जिन पर समझौता संभव नहीं है। क्योंकि राष्ट्रवाद के मुद्दों पर कोई समझौता नहीं हो सकता है। किसी ने भारत माता को गाली दी, या कोई भारत के महापुरुषों का अपमान करे, हम ये बातें स्वीकार नहीं कर सकते हैं। सुशासन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हम किसी भी त्याग से पीछे नहीं हट सकते हैं।
जब बात विकास के मुद्दों की आती है तो इस पर भी किसी प्रकार का समझौता संभव नहीं है। अब उत्तर प्रदेश में कोई भी खुद को असुरक्षित नहीं समझता है। जो गलत काम करता है, या पशेवर अपराधी है, वही खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करेगा। यूपी की जनता तो खुद को बिल्कुल भी असुरक्षित महसूस नहीं करती है।
सवाल: कौन है ये लोग जिन्हें खतरा महसूस हो रहा है?
जवाब: ये वह लोग हैं जिनके चलते उत्तर प्रदेश को एक दंगा प्रदेश का लेबल मिला था। इन्हीं लोगों की वजह से यूपी को अपराध नगरी कहा गया था। अब जब सुधार हो रहा है तो यही लोग खतरा महसूस कर रहे हैं।
सवाल: क्या आप खुद की ब्रैंडिंग राष्ट्रीय नेता के रूप में कर रहे हैं?
जवाब: मैं भाजपा का एक साधारण कार्यकर्ता हूं। हमारे विचार परिवार (पार्टी) से मेल खाते हैं। यहां कोई भी बड़ा या छोटा नहीं होता है। सभी एक ही परिवार का हिस्सा होते हैं। बीजेपी एक परिवार ही है। भाजपा परिवारवादी एवं वंशवादी पार्टी नहीं है। बीजेपी के हर मुख्यमंत्री और हर नेता का अहम योगदान है। हर कोई उपयोगी है।
मैन अपनी कोई ब्रांडिंग नहीं कर रहा हूं। मैं तो बस एक साधारण योगी के रूप में अपनी दिनचर्या आगे बढ़ाता हूं। मैं अपने रोल को कभी नहीं आकता हूं। मैं सिर्फ लोककल्याण एवं आध्यात्म के साथ आगे बढ़ता हूं। मैं कभी असहज महसूस नहीं करता हूं। एक मुख्यमंत्री के रूप में मैं यूपी की 25 करोड़ जनता को अपना जनार्दन मानकर उनकी बिना किसी भेदभाव से सेवा करता हूं।
वैसे योगी आदित्यनाथ के जवाबों पर आपकी क्या राय है हमे कमेंट कर जरूर बताएं।