नरगिस की वज़ह से एक समय रात-रात भर बाथटब में बैठकर रोते थे राज कपूर, जानिए पूरी कहानी
नरगिस के इस फ़ैसले से काफ़ी आहत हुए थे शोमैन राज कपूर। रात-रात भर रोने को किया था मजबूर...
भारतीय सिनेमा के मशहूर हस्तियों की बात जब भी होगी उसमें राजकपूर का नाम अग्रिम पंक्ति में शामिल होगा। जी हां बिना राजकपूर के भारतीय सिनेमा जगत की परिकल्पना कर पाना मुश्किल है। बता दें कि राज कपूर ने 10 साल की उम्र में फिल्मों की दुनिया में कदम रखा था। उनकी पहली फिल्म साल 1935 में आई थी। जिसका नाम ‘इंकलाब’ थी।
वहीं उसके बाद से वह लगातार दशकों तक लोगों का मनोरंजन करते रहे। गौरतलब हो कि उनकी यादगार फिल्मों की फेहरिस्त में ‘आवारा’, ‘श्री 420’, ‘बरसात’, ‘चोरी-चोरी’, ‘अनाड़ी’, ‘बूट पॉलिश’, ‘संगम’, ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ सहित अन्य फिल्में शामिल हैं। वहीं मालूम हो कि फिल्मों में अपने अभिनय के साथ वह अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी चर्चा में रहे। अभिनेत्री नरगिस के साथ उनके प्रेम संबंध के बारे में लगभग सभी परिचित हैं।
बता दें कि खुद राज कपूर ने एक बार कहा था उनकी पत्नी उनके बच्चों की मां हैं लेकिन नरगिस उनकी फिल्मों की मां हैं। नरगिस पहले ही एक बड़ी अदाकारा बन चुकी थीं और जब राज कपूर उनसे पहली बार मिले थे। उस वक्त नरगिस की उम्र 20 साल थी जबकि राज कपूर 22 साल के थे। आइए ऐसे में जानते हैं यह पूरी कहानी…
बता दें कि राज कपूर और नरगिस की जोड़ी पहली बार पर्दे के सामने साल 1948 में आईं थी। जब फिल्म ‘आग’ की शूटिंग हुई। वहीं इस फिल्म के बाद दोनों ने एकसाथ कई फ़िल्मे की। मालूम हो कि एक वक़्त ऐसा भी आया था जब नरगिस ने किसी और निर्माता की फिल्म में काम करने से मना ही कर दिया था और वह बस राज कपूर के साथ ही फिल्में करती थीं।
जी हां इसी दरमियान दोनों के दिल में एक-दूसरे के प्रति प्यार उमड़ने लगा था और दोनों इस प्यार को आगे बढाने की सोचने लगे लेकिन एक तरफ राज कपूर पहले से शादीशुदा थे। जो कहीं न कहीं उन दोनों के प्रेम में थोड़ी रुकावट की वज़ह बन रहा था। फिर भी उन्होंने नरगिस को भरोसा दिलाए रखा कि वह उनसे शादी करेंगे और दोनों की कहानी आगे बढ़ती रही।
वहीं धीरे-धीरे समय बीतता गया और फिर एक वक्त ऐसा आया। जब नरगिस को लगने लगा कि राज कपूर उनसे कभी शादी नहीं करेंगे। ऐसे में 9 साल के रिश्ते के बाद वह राज कपूर से खुद को अलग-थलग महसूस करने लगीं और वहीं फिल्मों में भी राज कपूर उन्हें जिस तरह का रोल दे रहे थे उससे वह खुश नहीं थीं।
गौरतलब हो कि ‘श्री 420’ में नरगिस को जो रोल मिला उससे वह बेहद नाराज भी थीं और गुस्से में आकर उन्होंने राज कपूर को बिना बताए ‘मदर इंडिया’ साइन कर ली थी। ऐसे में यह बात राज कपूर को बिल्कुल भी पसंद नहीं आई।
वहीं मदर इंडिया की शूटिंग के दौरान एक हादसा हो गया और सेट पर आग लग गई। जिसमें नरगिस बुरी तरह झुलस गई और उनके साथ काम कर रहे अभिनेता सुनील दत्त ने किसी तरह उन्हें वहां से बाहर निकाला और नरगिस को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस घटना के बाद कहीं न कहीं नरगिस अब सुनील दत्त से प्यार करने लगी और फिर साल 1958 में नरगिस और सुनील दत्त ने शादी कर ली। इस शादी की ख़बर जब राज कपूर को मिली, तो वह बुरी तरह टूट गए। इतना ही नहीं राज कपूर की पत्नी कृष्णा कपूर ने एक बार कहा था कि, “हर रात वह शराब पीकर घर आते थे और बाथटब में बैठकर बहुत देर तक रोते रहते थे।”
इतना ही नहीं राज कपूर को लगता था कि नरगिस ने उन्हें धोखा दिया। वहीं नरगिस के निधन के वक्त भी राज कपूर इस बात को भूले नहीं थे। जब नरगिस का निधन हुआ तो अंतिम संस्कार के वक्त राज कपूर दूर ही खड़े रहे और बहुत से लोगों ने उनसे गुजारिश की कि वह करीब आएं लेकिन उन्होंने मना कर दिया। वहीं वर्ष 1988 में राज कपूर का भी निधन हो गया। तो यह कहानी थी एक ऐसे प्यार की जो कभी मुक़म्मल न हो सका और यह कहानी आपको कैसी लगी, हमे कमेंट कर अवश्य बताएं।