पीएम मोदी की इजरायल यात्रा के दौरान भारत और इजरायल के बीच हुए इन समझौतों पर हस्ताक्षर!
यरूशलम: भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इजरायल यात्रा 4 जुलाई से ही शुरू हो गयी थी। पीएम मोदी अपनी यात्रा से दोनों देशों के संबंधों को अच्छा करने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम मोदी की यह इजरायल यात्रा एक ऐतिहासिक यात्रा है। ऐतिहासिक यात्रा इस लिए, कि पीएम मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं जो इजरायल गए हैं। अब तक कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री इजरायल की यात्रा पर नहीं गया था। agreement between india and israel.
पीएम मोदी आज रवाना हो जायेंगे जर्मनी के लिए:
पीएम मोदी अपनी इस यात्रा में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मिले और उन्होंने दोनों देशों के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर किया। आज पीएम मोदी की इजरायल यात्रा का आख़िरी दिन है। आज पीएम मोदी शाम को वहीँ से जर्मनी के लिए रवाना हो जायेंगे। दोनों देशों के बीच औद्योगिक शोध एवं विकास और नवोन्मेष के लिए चार करोड़ अमेरिकी डॉलर के कोष की स्थापना पर सहमती जताई।
भारत और इजरायल के बीच हुए इन समझौतों पर हस्ताक्षर:
*- दोनों देशों के औद्योगिक अनुसंधान और विकास के लिए चार करोड़ डॉलर का तकनीकि नवाचार कोष गठित करने पर सहमति बनी।
*- भारत और इजरायल के बीच अन्तरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग को लेकर तीन मुख्य करार किये गए। इनमें सबसे मुख्य परमाणु घड़ियों के लिए सहयोग शामिल है।
*- भारत और इजरायल के बीच छोटे सैटेलाईट के लिए बिजली देने को लेकर भी समझौता हुआ।
*- भारत और इजरायल की अन्तरिक्ष एजेंसी के बीच जियों ऑप्टिकल लिंक तथा छोटे उपग्रहों के सम्बन्ध में समझौता हुआ।
*- कृषि के लिए 2018 से लेकर 2020 तक तीन वर्षीय कार्य योजना तथा जल प्रबंधन के क्षेत्र में भारत में जल संरक्षण के लिए राष्ट्रीय अभियान चलाने को लेकर भी भारत और इजरायल के बीच समझौता किया गया।
*- उत्तर प्रदेश में जल आपूर्ति में सुधार के लिए भी एक समझौता किया गया है। इसलिए उत्तर प्रदेश जल निगम तथा इजरायल के जल संसाधन मंत्रालय की तरफ से हस्ताक्षर किये गए।
आतंक से मिलकर लड़ेंगे दोनों देश:
दोनों नेताओं ने सयुंक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि आतंकवादियों, आतंकवादी संगठन, उनके नेटवर्कों और जो उनको सुरक्षा और धन देते हैं, उनके खिलाफ दोनों देश मिलकर कार्यवाई करेंगे। इस दौरान दोनों देश के नेताओं ने कॉम्प्रेहेंसिव कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल टेररिज्म को जल्द अपनाने के लिए सहयोग पर भी प्रतिबद्धता जताई। पीएम मोदी ने कहा कि हमारा लक्ष्य एक ऐसा सम्बन्ध बनाना है, जिससे हमारी प्राथमिकताएं परिलक्षित हों और दोनों देशों के बीच स्थायी सम्बन्ध बन सके।