एमएस धोनी ने आइपीएस अधिकारी पर ठोका 100 करोड़ का मानहानि मुकदमा, धोनी पर लगाए थे गंभीर आरोप
क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी भारत के सबसे मशहूर और सफल कप्तान रहे है. आज धोनी टीम इंडिया के लिए नहीं खेलते है. बावजूद इसके भी वह लोगों के बीच मशहूर है. धोनी क्रिकेट ही नहीं, हर मोर्चे पर चौके-छक्के लगाने का माद्दा रखते हैं. यह उन्होंने उस समय साबित कर दिया जब एक आइपीएस अधिकारी के खिलाफ 100 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा ठोक दिया. जोकि चर्चा का विषय बन चुका है.
आपको बता दें कि यह मामला वर्ष 2014 का है. उस समय आइपीएस अधिकारी संपत कुमार ने धोनी पर आरोप लगाया था कि धोनी ने आइपीएल मैच में फिक्सिंग की है. अधिकारी का यह दावा उस समय अखबार और टीवी में प्रमुखता से दिखाया गया. इसके बाद भारत के तत्कालीन कप्तान धोनी ने आइपीएस अधिकारी और एक प्रमुख टीवी चैनल के खिलाफ अदालत में मानहानि का केस दर्ज कराते हुए चुनौती दी कि वह फिक्सिंग के सबूत पेश करें.
अब सात साल बाद इस मामले की सुनवाई दोबारा से होने जा रही है. ऐसे में आइपीएस अधिकारी जी. संपत कुमार ने मद्रास के उच्च न्यायालय में गुहार लगाई है कि इस मामले की सुनवाई ना टाल दी जाय. वही दूसरी तरफ कोर्ट ने धोनी के मामले को खारिज करने से मना कर दिया है.
2014 के आइपीएल सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग घोटाले के संबंध में न्यायमूर्ति एन शेषशायी ने संपत कुमार की याचिका को खारिज करने की अपील पर कहा कि इस समय ऐसी राहत नहीं दी जा सकती है, जब यह मुकदमा शुरू होने वाला है. ऐसे में अदालत ने आइपीएस अधिकारी को एक अतिरिक्त लिखित बयान दाखिल करने के लिए आवेदन करने की छूट दी और सुनवाई 15 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
कोर्ट में अपनी बात रखते हुए आइपीएस ने कहा था कि धोनी ने बिना किसी आधार के संपत कुमार और एक न्यूज चैनल पर मुकदमा दायर किया है. संपत कुमार ने अपनी बात रखते हुए यह तर्क दिया कि घोटाले की जांच के लिए नियुक्त समिति के समक्ष अपनी आधिकारिक क्षमता में किए गए बयान के लिए उन्हें मानहानि का सामना करने के लिए नहीं बुलाया जा सकता है, क्योंकि वह एक पुलिस अधीक्षक (एसपी) थे. लेकिन जज ने संपत कुमार की इस दलील को मानने से भी इनकार कर दिया.
ज्ञात होकि वर्ष 2014 में ज़ी मीडिया ने मुकदमे के जवाब में कहा था कि उसने केवल घोटाले की जांच के लिए नियुक्त मुदगल समिति को संपत कुमार के बयान के बारे में सूचना दी थी. धोनी राष्ट्रीय और सार्वजनिक महत्व के मुद्दे पर चर्चा करने से मीडिया को रोकने की कोशिश कर रहे थे. धोनी की तरफ से दायर याचिका में कहा गया था कि एक टीवी मीडिया कंपनी के अलावा कुछ लोगों ने कथित तौर पर उनकी छवि खराब करने वाली खबरें चलाईं. जिसके मुताबिक धोनी IPL के मैचों में मैच व स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी में शामिल थे.
भारत के पूर्व कप्तान के वर्क फ्रंट के बारे में बात करे तो वह इन दिनों IPL में चेन्नई की टीम से खेलते और कप्तानी करते हुए नज़र आ रहे है.