3 साल के भतीजे की जान खतरे में देखकर ट्रेन के सामने लेट गईं बुआ, ट्रेन से कटकर हुए 4 टुकड़े
मुरादाबाद (यूपी)! देश के भीतर ट्रेन हादसे होना कोई बड़ी बात नहीं। जी हां ट्रेन हादसों में मरने वालों की खबरें अक्सर हम लोग सुनते रहते हैं। वहीं अब एक ऐसी ख़बर निकलकर आ रही। जो हमें और आपको इमोशनल कर देगी। बता दें कि यह ख़बर उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद की है। जहां एक बेहद अजीबोगरीब घटना घटी। जिसे सुनकर किसी की आँखों से आंसू निकल सकते हैं।
गौरतलब हो कि यह रुला देने वाली घटना कुछ ऐसी है कि ट्रेन हादसे में एक युवती की जान चली गई है और ऐसा एक 3 वर्षीय बच्चे की जान बचाने के दौरान हुआ। आइए ऐसे में जानें पूरी कहानी…
बता दें कि यूपी के मुरादाबाद में एक ऐसी ही घटना हुई है जो रुला देने वाली है और इस ट्रेन हादसे में एक युवती ने अपनी जान देकर 3 साल के बच्चे की जान बचाई है, जो कि उसका भतीजा था। गौरतलब हो कि यह हादसा बुआ-भतीजे के प्रेम की मिसाल पेश करता है। मालूम हो कि मुरादाबाद में 3 साल का बच्चा रेलवे लाइन में फंस गया और उसी समय सामने से तेज रफ्तार में धड़धड़ाती हुई ट्रेन चली आ रही थी।
ऐसे में 20 वर्षीय बुआ ने बच्चे को बचाने के लिए उसे ट्रेक से निकालने की कोशिश की लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद वह नाकाम रही। ऐसे में उसे जब कोई उपाय बच्चें को बचाने का नहीं सूझा। फिर उसने आखिर में बच्चे को बचाने के लिए खुद ही उसके ऊपर लेट जाना उचित समझा। जी हां कुछ ही सेकंड्स में बुआ-भतीजे के ऊपर से ट्रेन गुजर गई और युवती के शरीर के 4 टुकड़े हो गए। वहीं इस हादसे में भले ही बुआ का शरीर टुकड़े-टुकड़े हो गया लेकिन बच्चे की जान बच गई।
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 20 साल की शशिबाला मुरादाबाद के कुंदरकी थाना क्षेत्र के हुसैनपुर गांव में रहती थी और एक शादी में शामिल होने के लिए अपने ननिहाल भैंसिया आई हुई थी। ऐसे में जब शादी की एक रस्म के बाद सारे लोग लौट रहे थे तभी पुल पर रेलवे ट्रेक में 3 साल के बच्चे आरव का पैर फंस गया और उसके बाद सामने से ट्रेन आ गई।
फिर ऐसी स्थिति में बच्चे को बचाने के लिए शशिबाला ने इतना खतरनाक फैसला लिया और अपनी जान देकर बच्चे की जान बचानी उचित समझी। वहीं इस हादसे के बाद से पूरा परिवार सदमे में है और शादी वाले घर में मातम का माहौल पसरा हुआ है। वहीं इस दुःखद घटना में आरव को भी कुछ चोटें आईं हैं और उसका इलाज चल रहा है।
कुआं पूजन के बाद रेलवे लाइन पार कर रहे थे लोग…
आख़िर में बता दें कि गुरुवार की शाम कुआं पूजन कार्यक्रम में शशिबाला पूरे परिवार के साथ मुरादाबाद-लखनऊ रेल लाइन के दूसरे तरफ गई थी। कुआं पूजन से लौटते समय शशिबाला के ममेरे भाई तीन साल के आरव का पैर पुल पर रेलवे लाइन में फंस गया। आरव उसके मामा आनंद प्रकाश का बेटा है। इसी दौरान उसे ट्रेन का हॉर्न सुनाई दिया और उसने देखा कि एक तेज रफ्तार ट्रेन आ रही है। फिर शशिबाला ने बच्चे का पैर निकालने की काफी कोशिश की, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। फिर उसने जोखिम भरा कदम उठाया।