बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (RJD Chief Lalu Yadav) के छोटे बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) गुरुवार को शादी के बंधन में बंध गए। जी हां तेजस्वी ने अपने बचपन की दोस्त रेचल उर्फ़ राजेश्वरी से शादी की और यह शादी दिल्ली में हिंदू रीति रिवाज के साथ संपन्न हुई।
बता दें कि इस दौरान पिता लालू यादव, मां राबड़ी देवी (Rabri Devi), अखिलेश यादव (Akhilesh yadav), डिंपल यादव (Dimple yadav), बड़ी बहन मीसा (Misa Bharti) समेत अन्य बहनें भी मौजूद रहीं। वहीं विभिन्न कयासों के बीच तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) भी छोटे भाई की शादी में शरीक हुए।
वैसे भी इस शादी में सभी की नजरें तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव पर रही और वह अपने छोटे भाई की शादी में पहुँचें, लेकिन थोड़ी देर से। वहीं एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शादी में आए तेजस्वी के एक खास दोस्त ने बताया कि कपड़े की फिटिंग ठीक कराने में और तैयार होने में तेज प्रताप को ज्यादा समय लग गया और इस वजह से वह देर से पहुंचे।
शादी में पहुँचकर तेज प्रताप ने की यह बात…
बता दें कि तेज प्रताप को देखकर रेचल ने उनके पैर छुए और उनका आशीर्वाद लिया। वहीं दूसरी तरफ, बड़े भाई का आशीर्वाद पाकर तेजस्वी भी काफी खुश दिखे। गौरतलब हो कि शादी में शामिल होने की तस्वीर साझा करते हुए तेज प्रताप ने अपने अर्जुन को दाम्पत्य जीवन के लिए शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “जिंदगी की नई पारी की शुरुआत के लिए ‘अर्जुन’ को अथाह आशीर्वाद! भगवान इस नई जोड़ी को ताउम्र दुनिया की हर खुशियों से नवाजें, ऐसी कामना करता हूं।”
ज़िंदगी की नई पारी की शुरूआत के लिए “अर्जुन” को अथाह आशीर्वाद।
भगवान इस नई जोड़ी को ताउम्र दुनिया की हर ख़ुशियों से नवाज़ें, ऐसी कामना करता हूँ। pic.twitter.com/yHXqOG7iJF
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) December 9, 2021
2015 के बाद से राजनीति में सक्रिय हैं दोनों भाई…
वहीं दोनों भाईयों के राजनीतिक करियर की बात करें, तो तेजस्वी यादव बिहार के सबसे बड़े राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखने वाले हैं। तेजस्वी के पिता लालू यादव और मां राबड़ी देवी बिहार के पूर्व सीएम रह चुके हैं और वह अपने नौ भाई-बहनों में सबसे छोटे तेजस्वी को राजनीति विरासत में मिली है।
साल 2015 में लालू यादव ने नीतीश कुमार से हाथ मिलाने के बाद अपने दोनों बेटों तेजस्वी और तेज प्रताप यादव को राजनीति में उतारा था। इसके अलावा महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ते हुए दोनों भाइयों ने मोदी लहर के बावजूद भारी मतों से जीत हासिल की थी। इसके बाद दोनों को मंत्रालय भी सौंपे गए थे और तब से दोनों ही भाई राजनीति में सक्रिय हैं।
वहीं मालूम हो कि साल 2017 में चारा घोटाला मामले में लालू यादव के जेल जाने के बाद तेजस्वी ने पार्टी को संभाला और लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद भी विधानसभा चुनाव 2020 में एनडीए गठबंधन को उन्होंने कड़ी टक्कर दी और इसके बाद ही वह एक जन नेता के रूप में उभरकर सामने आए।