राज्यपाल धनखड़ का कहना, ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक है सीएम ममता बनर्जी का रुख’। जानिए…
राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले पर ममता सरकार का रूख बेहद खतरनाक। जानिए ऐसा क्यों कहा रहें सूबे के राज्यपाल?...
कोलकाता! देश का एक राज्य ऐसा है, जो सदैव किसी न किसी विषय को लेकर सुर्खियों में बना रहता है। जी हां ख़ासकर आज जब मानवाधिकार दिवस है। ऐसे अवसर पर इस राज्य की चर्चा होना स्वाभाविक है। गौरतलब हो कि पश्चिम बंगाल आएं दिन इस वजह से सुर्खियों में रहता है क्योंकि वहां की कानून व्यवस्था न सिर्फ़ बेपटरी पर रहती है, बल्कि सूबे के सियासतदां भी स्वहित के लिए क़ानून व्यवस्था की धज्जियां तक उड़ा देते हैं।
इसी बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का राज्य पुलिस को दिया गया कथित निर्देश नेशनल सिक्योरिटी के लिए संभावित खतरा है। ममता बनर्जी ने राज्य पुलिस को कथित तौर पर निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करें कि बीएसएफ़ (BSF) इंटरनेशनल बॉर्डर से 15 किलोमीटर के अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन नहीं कर पाए। इतना ही नहीं सीएम ममता को लिखे पत्र में धनखड़ ने अपील की कि तुरंत उपयुक्त कदम उठाएं और जनहित और राष्ट्रीय हित में मुद्दे का समाधान करें।
गौरतलब हो कि धनखड़ ने चिट्ठी में लिखा कि सात दिसंबर को गंगा रामपुर में प्रशासनिक बैठक के दौरान बीएसएफ को लेकर दिए गए आपके निर्देश से काफी चिंतित हूं जिसमें ‘बीएसएफ को 15 किलोमीटर के दायरे में अनुमति दी गई है वह भी राज्य पुलिस की अनुमति से’।
वहीं इस पत्र को उन्होंने ट्विटर पर भी साझा किया है जिसमें लिखा है कि यह कानून के अनुरूप नहीं है और यह हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक नहीं है जिसमें बीएसएफ को राज्य में अधिकार क्षेत्र 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर की दूरी तक किया गया था। आपके रूख से खराब संकेत गए हैं और संघीय राजनीति एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए यह संभावित खतरा है।
वहीं उत्तर दिनाजपुर जिले के रानीगंज में सात नवंबर को प्रशासनिक बैठक के दौरान बनर्जी ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए थे कि बीएसएफ को उसके अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन नहीं करने दिया जाए और राज्य के कानून-व्यवस्था में उसे संलिप्त नहीं होने दें। उन्होंने यही आदेश बृहस्पतिवार को नादिया जिले में इसी तरह की एक अन्य बैठक में दिया था।
इसके अलावा बात धनखड़ के पत्र की करें तो उसमें कहा गया कि बांग्लादेश, नेपाल और भूटान के साथ लगती सीमाओं वाले राज्यों में बीएसएएफ और केंद्रीय सशस्त्र बल राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और अपराधियों पर लगाम कस अवैध गतिविधियों को रोकते हैं। बीएसएफ जहां भारत-बांग्लादेश की सीमा पर तैनात है वहीं सशस्त्र सीमा बल के जवान नेपाल और भूटान के साथ लगती सीमाओं पर तैनात हैं।