इस किराए के मकान में रहते थे ट्विटर के नए CEO पराग अग्रवाल, यहीं बीता पूरा बचपन, देखें Pics
पराग अग्रवाल (Parag Agrawal) इस समय हर जगह छाए हुए हैं। सोशल मीडिया से लेकर न्यूज चैनल तक हर तरफ उन्हीं के चर्चे हो रहे हैं। गौरतलब है कि पराग अग्रवाल अब ट्विटर के नए सीईओ (Twitter new CEO) होंगे। सोमवार को पूर्व सीईओ जैक डोर्सी (Jack Dorsey) के इस्तीफा दे दिया। ऐसे में पराग का सीटीओ (मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी) से प्रमोशन हो गया और वह ट्विटर के सीईओ बन गए।
पराग के सोशल मीडिया अकाउंट पर इस समय बधाई संदेशों की बाढ़ आई हुई है। हर कोई भारत के इस लाल की कामयाबी से खुश है। इसके साथ ही लोगों की उत्सुकता पराग की पर्सनल लाइफ के बारे में जानने को भी बढ़ रही है। पराग कौन है, कहां रहते थे, उनका बचपन कैसा था, उन्होंने क्या पढ़ा, उनकी बीवी कौन है, सैलरी क्या है, ये सभी सवाल लोग गूगल पर सर्च कर रहे हैं।
अजमेर के रहने वाले हैं पराग
पराग आज जिस मुकाम पर हैं वहाँ तक पहुँचने के लिए उन्होंने बहुत संघर्ष किया है। उनके परिवार मूल रूप से राजस्थान के अजमेर का रहने वाला है। वहीं के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल (JLN) में पराग का 21 मई 1984 को जन्म हुआ था। अग्रवाल समाज के पूर्व अध्यक्ष शैलेन्द्र अग्रवाल बताते हैं कि “पराग का पूरा बचपन अजमेर की गलियों में ही बीता है। आज उन्होंने अजमेर सहित पूरे देश का नाम रोशन कर दिया है।”
किराए के मकान में बीता बचपन
पराग के दादा एक मुनीम थे। वह और उनका परिवार अजमेर के धान मंडी क्षेत्र में किराये के मकान में रहते थे। यह किराए का मकान बहुत छोटा था। हालांकि इसमें सभी बड़े प्यार से रहते थे। पराग अजमेर से दिल का रिश्ता है। उन्होंने अपने बचपन की सभी यादें यहीं से सँजोई है।
संघर्षों को चीरते हुए पाई सफलता
इन दिनों सोशल मीडिया पर पराग के इसी किराए के मकान की तस्वीरें बड़ी वायरल हो रही है। इन तस्वीरों को देख आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कैसे पराग एक साधारण मिडिल क्लास परिवार की तरह रहते थे। तब किसी ने नहीं सोचा था कि इस छोटे से मकान में रहने वाला बच्चा एक दिन अमेरिका की बड़ी कंपनी का सीईओ बन जाएगा।
अजमेर के लोगों को है गर्व
इस मकान के पुराने मकान मालिक अविनाश गोयल बताते हैं कि पराग के दादा-दादी और माता-पिता इस किराए के मकान में रहते थे। यहाँ आसपास रहने वाले लोगों ने पराग की उपलब्धि पर खुशी जाहीर की है। उन्होंने कहा कि यहाँ पैदा हुआ एक बच्चा इतने बड़े मुकाम पर पहुँच गया है। हमे इस बात की बहुत खुशी है। उसने अजमेर और देश का नाम ऊंचा किया है।
पराग अग्रवाल के पिता रामगोपाल अग्रवाल की जॉब मुंबई में बीएमआरसी में थी। इसी के चलते वह पराग और बीवी को लेकर मुंबई शिफ्ट हो गए थे। यहीं पराग ने अपनी स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई पूरी की। वह आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) के छात्र हैं। बाद में आगे की पढ़ाई करने वे अमरीका चले गए। यहाँ उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की। वहीं मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पीएचडी किया। ट्विटर उन्होंने 2011 में ज्वाइन किया था। वहीं 2017 में वे कंपनी के CTO बने थे। और अब वे 2021 में CEO बनने जा रहे हैं।