मनोहर लाल खट्टर से मिलें अमरिंदर सिंह, कहा ख़त्म हो रहा किसान आंदोलन, अब कोई मुद्दा नहीं बचा
जैसे- जैसे राज्यों के विधानसभा चुनाव समीप आ रहें हैं। वैसे-वैसे राज्यों में चुनाव को लेकर नए राजनीतिक समीकरण बनते जा रहें हैं। जी हां बता दें कि भले आगामी समय में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन सबसे ज़्यादा चुनावी हलचल यूपी और पंजाब में ही देखने को मिल रही है। मालूम हो कि कुछ समय पहले तक किसान आंदोलन और कृषि कानूनों को लेकर पंजाब की चुनावी बयार कुछ और थी, लेकिन एक झटके में मोदी सरकार ने कृषि क़ानून वापस लेने की बात कहकर बीते दिनों पूरा समीकरण ही बदल दिया।
वहीं अब भाजपा से गठबंधन की अटकलों के बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। जी हां बता दें कि मुलाकात के बाद कैप्टन ने कहा कि उनकी पार्टी पंजाब में भाजपा और एक अलग अकाली गुट के साथ मिलकर अगली सरकार बनाएगी। हालांकि, यह पूछे जाने पर कि क्या विधानसभा चुनाव से पहले ‘बड़े चेहरे’ उनकी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस में शामिल होंगे। इस पर उन्होंने कहा कि, “समय का इंतजार करें।
सब कुछ ठीक चल रहा है। लोग बहुत उत्साहित हैं और हमारा सदस्यता अभियान अच्छा चल रहा है। भगवान की मर्जी से हम भाजपा के साथ अपनी सीट समायोजन और सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी (शिअद संयुक्त) के साथ सरकार बनाएंगे।” वहीं इस दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों को लेकर भी अपने विचार रखें। ऐसे में आइए जानते हैं मनोहर लाल खट्टर और कैप्टन अमरिंदर की मुलाकात का क्या रहा लब्बोलुआब…
बता दें कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अचानक हरियाणा के सीएम मनोहर लाल से मिलने पहुंचे और कैप्टन ने इसे औपचारिक मुलाकात बताया। गौरतलब हो कि मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन 4 दिसंबर को खत्म हो जाएगा। कई किसान नेता उनके संपर्क में हैं। उन्हें यह जानकारी उनसे मिली है।
It was a courtesy meeting with Haryana Chief Minister ML Khattar: Former Punjab CM Captain Amarinder Singh
Our membership drive is going great, wait for the time. We (with our allies) will form the government (in Punjab), Amarinder Singh added. https://t.co/VVCBkSiIH0 pic.twitter.com/9ojxbmxVWN
— ANI (@ANI) November 29, 2021
वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि तीन कृषि कानूनों को वापस ले लिया गया है। इसके अलावा किसानों के 6-7 और मुद्दे हैं। उन पर भी केंद्र सरकार सहमत है। अब कोई मुद्दा नहीं बचा है। कैप्टन ने कहा कि वह कुछ किसान नेताओं के संपर्क में हैं। 4 दिसंबर को आंदोलन खत्म करने पर फैसला हो सकता है। कैप्टन ने स्पष्ट किया कि हालांकि उनकी किसान नेताओं से आंदोलन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है, लेकिन कुछ किसान नेता उनके संपर्क में जरूर हैं।
इतना ही नहीं पत्रकारों से बातचीत में पंजाब में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन के मुद्दे पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि जब भी दिल्ली जाएंगे, गठबंधन को लेकर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत जरूर करेंगे। वहीं नवजोत सिंह सिद्धू पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ज्यादा कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू सुबह कुछ बोलते हैं शाम को कुछ और बोलते हैं। वह उनके बारे में कुछ नहीं कहना चाहते।
बता दें कि मनोहर लाल से मुलाकात पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह मुलाकात काफी अच्छी रही। उनकी यह मुलाकात एक शिष्टाचार मुलाकात थी। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ चाय पीने के लिए समय मांगा था। इस मुलाकात में किसी राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई है।
It was a courtesy meeting with Haryana Chief Minister ML Khattar: Former Punjab CM Captain Amarinder Singh
Our membership drive is going great, wait for the time. We (with our allies) will form the government (in Punjab), Amarinder Singh added. https://t.co/VVCBkSiIH0 pic.twitter.com/9ojxbmxVWN
— ANI (@ANI) November 29, 2021
वहीं मालूम हो कि, सीएम रहते हुए हरियाणा-पंजाब के मुद्दों को लेकर कैप्टन व मनोहर लाल का छत्तीस का आंकड़ा रहा है। एसवाइएल नहर निर्माण, चंडीगढ़ राजधानी, विधानसभा भवन में अधिक हिस्सेदारी व हाई कोर्ट हरियाणा व पंजाब दोनों के बीच के मुद्दे हैं। एसवाइएल के मुद्दे पर कैप्टन अमरिंदर सिंह सबसे आक्रामक रहे हैं और हरियाणा की सरकार को घेरते रहे हैं। अब सीएम पद से हटने व कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन ने अपनी पार्टी का गठन किया है।
वहीं आख़िर में बता दें कि पंजाब में विधानसभा चुनाव वर्ष 2022 की शुरुआत में ही होने हैं। ऐसे में कैप्टन अपनी नई पार्टी की मजबूती की दिशा में काम कर रहे हैं। कैप्टन भाजपा से गठबंधन की संभावनाएं तलाश रहे हैं और वह भाजपा के दिग्गज नेताओं से मुलाकात कर रणनीतिक चर्चाओं में जुटे हुए हैं।