शादी के 36 साल बाद भी खुद की संतान का सुख नहीं भोग सके अनुपम खेर, कहा ये इमोशनल बात
‘अपनी संतान अपनी होती है।’ ये बात आप ने कई बार सुनी होगी। हम भले किसी और का बच्चा गोद ले लें, लेकिन मन में कहीं न कहीं खुद की संतान न होने का दुख जरूर होता है। हालांकि दुर्भाग्य से कई दंपति को माता-पिता बनने का सुख नसीब नहीं होता है। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर भी उनमें से एक हैं।
जीवन का हर सुख मिला, लेकिन संतान नहीं
अनुपम ने 1984 में ‘सारांश’ फिल्म से डेब्यू किया था। इसके बाद वे 500 से अधिक कई फिल्मों में नजर आएं। उन्हें भारत सरकार द्वारा 2004 में पद्मश्री और 2006 में पद्मभूषण से भी नवाजा जा चुका है। अनुपान ने अपने जीवन में मान-सम्मान, फेम और पैसा सबकुछ हासिल किया, लेकिन उन्हें कभी अपनी सगी संतान का सुख नहीं मिल सका।
अपनी खुद की कोई संतान न होने की कमी अनुपम को आज भी खलती है। 2013 में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने इस बात का खुलासा भी किया था। उन्होंने कहा था “सिकंदर (किरण खेर और उनके पहले पति गौरम बैरी के बेटे) जब चार साल का था तब मेरे पास आया था। वह मुझे बेहद प्यार एवं सम्मान देता है। मेरे पिताजी का मेरे प्रति जैसा व्यवहार था, ठीक वैसा ही मेरा सिकंदर के प्रति है। हालांकि यह कहना गलत होगा कि मुझे आज भी अपने खुद के बच्चे की कमी नहीं खलती है। मुझे यह कमी खलती है। लेकिन अब मैं इसका कुछ नहीं कर सकता हूं।”
मेडिकल हेल्प के बाद भी नहीं हुआ बच्चा
ऐसा नहीं था कि अनुपम और किरण ने अपने खुद के बच्चे के लिए कोई कोशिश नहीं की। उन्होंने मेडिकल हेल्प भी ली, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। किरण बच्चा कंसीव नहीं कर पाई। इस बात का खुलासा किरण खेर ने 2013 में दिए एक इंटरव्यू में किया था। उन्होंने बताया था कि “सिकंदर को एक भाई/बहन की आवश्यकता थी। ऐसे में हमने उसके लिए बहुत प्रयास किया, मेडिकल हेल्प भी ट्राय की, लेकिन अफसोस की कुछ फायदा नहीं हुआ।”
पहली मुलाकात
किरण और अनुपम दोनों ही चंडीगढ़ थिएटर ग्रुप का हिस्सा थे। यहीं दोनों की पहली मुलाकात हुई थी। तब दोनों सिर्फ अच्छे दोस्त थे। फिर 1980 में किरण चंडीगढ़ से मुंबई आ गई।
पहली शादियां
यहां उन्होंने बिजनेसमैन गौतम बैरी से शादी रचा ली। इस शादी के एक साल बाद यानि 1981 में उन्होंने बेटे सिकंदर को जन्म दिया। शादी के करीब चार साल बाद किरण ने महसूस किया कि उनकी शादी ठीक नहीं चल रही है। उधर अनुपम ने 1979 में मधुमालती नाम की लड़की से अरेंज मैरिज कर ली थी। वह इस शादी से खुश नहीं थे, लेकिन परिवार के दबाव के चलते उन्होंने ये शादी की थी।
दूसरी शादी
पहली शादी के कुछ सालों बाद किरण और अनुपम कोलकाता के नादिरा बब्बर के प्ले में शामिल होने गए थे। यहां जब उनकी फिर से मुलाकत हुई तो दोनों में प्यार हो गया। अनुपम ने तो किरण को शादी के लिए प्रपोज भी कर दिया। इसके बाद दोनों ने अपने-अपने पार्टनर को तलाक दिया और 1985 में शादी के बंधन में बंध गए। शादी के बाद अनुपम ने किरण खेर के पहले पति के बेटे सिकंदर को न सिर्फ अपनाया बल्कि उसे अपना सरनेम भी दिया।
संपत्ति
2014 में अनुपम खेर की पत्नी किरण खेर बीजेपी के टिकट पर चंडीगढ़ से सांसद बनी थी। तब उन्होंने एफिडेविट सबमिट किया था जिसमें उन्होंने अपनी और अनुपम की कुल संपत्ति 33.5 करोड़ रुपए बताई थी। इस एफिडेविट के मुताबिक अनुपम खेर के पास 42.6 लाख रुपए की BMW कार है। उन्होंने इसके लिए इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड से 17.64 लाख रुपए का लोन लिया था।