होटलों में आज से दिल्ली में छलकेंगे 24 घण्टे जाम, 21 साल के युवक भी पी सकते हैं शराब
केजरीवाल सरकार की नई सौगात दिल्ली में 24 घंटे मिलेगा शराब
दिल्ली में बुधवार यानी आज से शराब की बिक्री पूरी तरह निजी हाथों में चली गई है। जी हां नई आबकारी नीति (New Excise Policy) के तहत राजधानी को 32 जोन में बांटकर 849 लाइसेंस आवंटित किए गए थे। इसके तहत प्रत्येक जोन में 26-27 दुकानें आज से संचालित हो रही हैं। बता दें कि हर इलाके में आसानी से शराब उपलब्ध हो, इसके लिए दिल्ली के 272 वार्ड को जोन में विभाजित किया गया है।
वहीं एक जोन में आठ से नौ वार्ड शामिल हैं और हर वार्ड में अनिवार्य तौर पर तीन से चार दुकानें खुलेंगी। आबकारी विभाग की तरफ से कहा गया है कि सभी दुकानों को खोलने की तैयारी है। लाइसेंस हासिल करने वाली फर्मों ने पूरी तैयारी कर ली है। इसके अलावा दूसरी तरफ़ नई नीति लागू होने के साथ ही शराब आठ से नौ फीसदी महंगी होने का अनुमान है।
बता दें कि पुरानी नीति के तहत आवंटित दुकानें मंगलवार तक ही शराब बेच सकती थी। इसलिए स्टॉक खत्म करने के लिए कुछ इलाकों में सस्ते दामों पर भी शराब बेची गई, जिससे दुकानों के बाहर भारी भीड़ रही। हालांकि ज्यादातर दुकानों ने अपना स्टॉक पहले ही खत्म कर लिया था।
आबकारी विभाग की तरफ से कहा गया है कि दिल्ली में बुधवार से सभी इलाकों में दुकानें खोलने की तैयारी है। कुछ स्थानों पर जगह को लेकर दिक्कत है तो संबंधित जोन की फर्म एक-दो दिन में जगह की उपलब्धता के हिसाब से दुकान संचालित करेंगी।
अब पहले से महंगी मिलेगी शराब, जानिए क्या है कारण…
वहीं मालूम हो कि मूल्य वर्धित कर (वैट) को शराब लाइसेंस शुल्क में जोड़ा जाएगा। साथ ही थोक मूल्य पर भी आबकारी शुल्क और वैट लगाया जाएगा। इससे माना जा रहा है कि दिल्ली में अब शराब आठ से नौ फीसदी तक महंगी हो सकती है।
नवंबर की शुरुआत में आबकारी विभाग की तरफ से एक आदेश भी जारी किया गया था, जिसमें पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में शराब की कीमतों का हवाला दिया गया था। आदेश में लिखा गया था कि पड़ोसी राज्यों में शराब की कीमतें दिल्ली के मुकाबलें कहीं ज्यादा है। कुछ राज्यों में बीयर की कीमतें भी ज्यादा है। इसलिए राजस्व के लिहाज से कीमतें बढ़ाए जाने की तैयारी है।
नई आबकारी नीति में क्या है बदलाव…
गौरतलब हो कि दिल्ली में शराब पीने की कानूनी उम्र सीमा 25 वर्ष से घटकर 21 वर्ष कर दी गई हुई। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर संचालित स्वतंत्र दुकान और होटल पर 24 घंटे शराब की बिक्री होगी। इसके अलावा शराब की दुकान कम से कम 500 वर्ग फीट में ही खुलेगी। दुकान का कोई काउंटर सड़क की तरफ नहीं होगा।
अब तक अधिकांश सरकारी दुकानें 150 वर्ग फीट में थी, जिनका काउंटर सड़क की तरफ ही होता था। लाइसेंसधारक मोबाइल ऐप या वेबसाइट के माध्यम से ऑर्डर लेकर शराब की होम डिलीवरी कर सकेंगे। किसी छात्रावास, कार्यालय या संस्थान में शराब की डिलीवरी करने की इजाजत नहीं होगी। वहीं दूसरी तरफ अभी तक 60 फीसदी दुकानें सरकारी और 40 फीसदी निजी हाथों में थीं, आज से 100 फीसदी दुकानें निजी हाथों में होंगी।
आज से पहले कुछ यह थी दिल्ली में शराब दुकानों की स्थिति…
बता दें कि दिल्ली में 272 वार्ड हैं, उनमें से 79 में एक भी शराब की दुकान नहीं थी। वहीं 45 वार्ड ऐसे थे, जहां एक से दो दुकानें थीं। 158 वार्ड यानी दिल्ली का करीब 58 प्रतिशत ऐसा इलाका था, जहां दुकान ही संचालित नहीं थी और महज 8 प्रतिशत वार्ड सामान्य थे। जहां पर 6 से 10 शराब की दुकानें खुली थी।
अब क्या होगी शराब की दुकानों की स्थिति, जानिए…
राजधानी में कुल वार्ड- 272
जोन में विभाजित- 32
एक जोन- औसतन 8-9 वार्ड
एक जोन में दुकानें- औसतन 27
एक वार्ड में दुकान- अनिवार्य रूप से तीन दुकानें
कुल आवंटित दुकानें- 849
इस वज़ह से कुछ इलाकों में हो रहा विरोध…
आख़िर में बता दें कि नई आबकारी नीति लागू करने से पहले कुछ इलाकों में इसका विरोध भी हो रहा है। विरोध करने वाले लोग आरोप लग रहे हैं कि टेंडर हासिल करने वाली फर्म आवासीय इलाकों में दुकानें खोल रही है। स्कूल से 100 मीटर की दूरी पर शराब का ठेका होना चाहिए, लेकिन इस नियम का भी पालन नहीं किया जा रहा है।
तीन दिन पहले पीतमपुरा में लोगों ने शराब का ठेका खोले जाने को लेकर विरोध किया था। इससे पहले बदरपुर गांव, दक्षिण दिल्ली में कालकाजी, रोहताश नगर में नत्थू कॉलोनी समेत अन्य इलाकों में विरोध हुआ है।