हर तरह की आर्थिक तंगी को दूर करता है बुधवार को गणेश जी का ये उपाय, करें ये काम भर जायेगी तिजोरी
धन-दौलत आज के समय की सबसे जरुरी चीज बन गयी है। आज के समय में अगर लोगों के पास पैसे ना हों तो कोई उन्हें पूछता भी नहीं है। अगर व्यक्ति को छोटे से छोटा काम भी करना हो तो उसके लिए पैसे की आवश्यकता पड़ती है। बिना पैसे के किसी भी व्यक्ति की बुरी हालत हो जाती है। समाज में उसकी कोई इज्जत नहीं होती। Wednesday austro tips.
आजकल का समाज लोगों को धन-दौलत के हिसाब से उन्हें इज्जत देता है। ऐसे में धन की महत्ता बढ़ जाती है। हर व्यक्ति धन दौलत कमाने के लिए लगा रहता है। लेकिन कुछ लोगों को कम मेहनत के बाद ही काफी धन प्राप्त हो जाता है। जबकि कुछ लोग अपना पूरा जीवन ख़त्म कर देते हैं, लेकिन उन्हें आवश्यकता के अनुसार धन नहीं मिल पाता है। ऐसे में वह सारी जिंदगी तनाव में जीते हैं।
गणपति जी हैं स्वयं में वास्तुशास्त्र:
भगवन गणेश को देवताओं का मूल प्रेरक माना जाता है। इन्हें सभी देवताओं में सबसे आगे माना जाता है। जब भी किसी देवता की पूजा करनी होती है या कोई शुभ कार्य करना होता है, सबसे पहले गणेश जी की पूजा कई जाती है। धर्मशास्त्रों में गणेश जी के अगल-अलग स्वरूप और नामों का भी जिक्र मिलता है। भगवन गणेश के कुछ स्वरूपों का वास्तुशास्त्र में काफी महत्व है। यह भी कहा जाता है कि गणपति स्वयं वास्तुशास्त्र हैं।
श्वेतार्क गणपति हैं सबसे सर्वश्रेष्ठ:
मुग्दल पुराण की मानें तो श्वेतार्क गणपति को सबसे सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। जो इनकी पूजा करता है, उसके जीवन में भौतिक सुख और समृद्धि का प्रवाह होता है। श्वेतार्क को मदार या ऑक भी कहा जाता है। यह दो प्रकार का होता है। यह भगवन शंकर को बहुत ही प्रिय है। ऐसा माना जाता है कि इसमें गणेश का वास होता है। तांत्रिक क्षेत्र में भी श्वेतार्क का काफी महत्व होता है।
गणेश जी का प्राकृतिक और चमत्कारी स्वरुप है श्वेतार्क:
इसकी जड़ को शुभ मुहूर्त में विधिवत पूजा करके इसे घर में रखने से काफी लाभ होता है। श्वेतार्क को गणेश जी का प्राकृतिक और चमत्कारी स्वरुप माना जाता है। बुधवार को गणेश जी का दिन माना जाता है। इस दिन आप श्वेतार्क को अपने घर की तिजोरी में रखेंगे तो आपको जीवन में कभी भी धन-दौलत की कमी नहीं होगी। जिस घर के सभी सदस्य मिलकर आंकडें के गणपति की पूजा करते हैं, उस घर से दरिद्रता, रोग और परेशानी हमेशा के लिए चली जाती है।