राज कपूर की फिल्म में दिलीप कुमार ने काम करने से कर दिया था मना, फिर टूट गयी दोस्ती
राज कपूर और दिलीप कुमार ये दो हिंदी सिनेमा का बहुत बड़ा नाम रहे हैं. राज साहब का निधन सालों पहले हो चुका था जबकि दिलीप कुमार इस साल सभी को छोड़कर चले गए. इन दोनों ही दिग्गज़ों ने हिंदी सिनेमा में ख़ूब नाम कमाया था और अपने समय के ये दोनों ही लोकप्रिय कलाकार रहे हैं.
राज कपूर और दिलीप कुमार का एक समय हिंदी सिनेमा में ख़ूब बोलबाला था. दिलीप कुमार को ‘ट्रेजडी किंग’ के नाम से भी जाना जाता था. वहीं राज साहब को ‘शोमैन’ कहा जाता था. राज कपूर एक बेहतरीन अभिनेता ही नहीं थे बल्कि आगे जाकर उन्होंने निर्माण और निर्देशन के क्षेत्र में भी हाथ आजमाया.
राज साहब ने कई शानदार फिल्मों में एक अभिनेता के रुप में काम किया. वहीं उन्होंने निर्माता और निर्देशक के रुप में कई फ़िल्में भी बनाई. अपनी एक फिल्म में तो राज साहब ने दिलीप कुमार को भी लेना चाहा हालांकि दिलीप ने राज के साथ काम करने से मना कर दिया था. बताया जाता है कि दलीप, राज कपूर के साथ काम नहीं करना चाहते थे और वे उनके साथ काम करने से कतराते थे.
बता दें कि, दिलीप और राज ने करियर के शुरुआती दिनों में फिल्म ‘अंदाज’ में साथ काम किया था. यह फिल्म साल 1949 में प्रदर्शित हुई थी. दोनों दिग्गज़ों के साथ फिल्म में अहम रोल गुजरे दौर की बेहतरीन अदाकारा रही नरगिस दत्त ने अदा किया था. बता दें कि, फिल्म में राज कपूर और नरगिस के काम को ख़ूब पसंद किया गया था. वहीं दिलीप कुमार के काम को इन दोनों के मुकाबले कम आंका गया था. वहीं दिलीप कुमार इन दोनों के मुकाबले उस समय कम चर्चित थे.
राज कपूर और नरगिस को ज्यादा तवज्जो मिलने से दिलीप कुमार ख़फ़ा थे और इतना ही नहीं फिल्म के निर्देशक भी अक्सर राज कपूर को ही प्राथमिकता देते थे. ऐसे में दिलीप कुमार खुद को ठगा घुसा समझने लगे और उन्होंने राज कपूर संग रिश्ते में खुद ही खटास पैदा कर ली. वे राज कपूर से दूर होते चले गए. लेकिन दोनों को अक्सर किसी न किसी मौके पर साथ देखा जाता था.
साल 1949 में आई फिल्म ‘अंदाज’ के बाद राज कपूर ने फिल्म ‘संगम’ बनाई थी. ख़ास बात यह है कि इस फिल्म में राज ने दिलीप को लेने का फैसला लिया था और वे इसे लॉन्च करने के बाद सीधे दिलीप कुमार से मिलने गए. फिल्म में राज साहब दिलीप और नरगिस को मुख्य कलाकारों के रुप में लेना चाहते थे.
हालांकि राज को दिलीप ने उनकी फिल्म में काम करने से मना कर दिया. जब दिलीप कुमार ने राज साहब को फिल्म के लिए न कह दिया तो उन्होंने फिर इस फिल्म में राजेंद्र कुमार को ले लिया.
इस घटना के बाद यह माना जाने लगा था कि राज और दिलीप की दोस्ती टूट गई है. क्योंकि दोनों की दोस्ती की हिंदी सिनेमा में मिसाल दी जाती रही है लेकिन दिलीप ने अपने एक साक्षात्कार में कहा था कि, “मैंने कई बार बताया है कि राज और मैं बिल्कुल भाई जैसे थे. हमारा परिवार तब से ही साथ था, जब हम पेशावर में स्कूल जाते थे.”