बाला साहेब को भाई मानती थीं नरगिस, बुरे वक्त में की थी संजू की मदद, सुनील दत्त ने फैलाये थे हाथ
हिंदी सिनेमा के जाने-माने अभिनेता संजय दत्त बीते 40 सालों से फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं. संजय दत्त 62 साल के हो चुके हैं और इस उम्र में भी वे हिंदी सिनेमा में सक्रिय है. इस बात में कोई दो राय नहीं है कि संजय एक बेहतरीन अभिनेता है और यह बात वे हर बार अपनी फिल्मों के जरिए साबित करते रहते हैं.
संजय दत्त ने अपने 4 दशक के करियर में ढेरों हिट फ़िल्में दी है. गौरतलब है कि संजय का विवादों से भी पुराना नाता रहा है. उन्हें बॉलीवुड के सबसे विवादित एक्टर्स में से एक कहा जाए तो किसी को कोई आपत्ति नहीं होगी. संजय दत्त जब साल 1993 के मुंबई बम धमाकों में नाम आने के बाद मुश्किलों में तब उनकी मदद को हिंदू हृदय सम्राट कहलाने वाले बाला साहेब ठाकरे ने हाथ बढ़ाए थे.
बाला साहेब ठाकरे को संजय और उनके पिता सुनील दत्त काफी मानते थे. बता दें कि, जब संजू का नाम 1993 के बम धमाकों में सामने आया था तब बाला साहेब उनके काफी काम आए थे. बता दें कि इस केस में संजय का नाम बुरी तरह से खराब हो चुका था. वे जेल में भी रहे और उनकी छवि भी धूमिल हो गई थी.
जब संजय मुंबई बम धमाकों को लेकर सुर्ख़ियों में थे तब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और संजू के पिता एवं अपने समय के दिग्गज़ अभिनेता सुनील दत्त भी कांग्रेस के बड़े नेता थे हालांकि इसके बावजूद सुनील और संजय को कोई मदद नहीं मिल रही थी लेकिन शिवसेना के बाला साहेब संजू के लिए मददगार बने.
अपने एक साक्षात्कार में संजू ने बाला साहेब को लेकर विस्तार से बात की थी. आइए जानते हैं कि अभिनेता ने बाल ठाकरे को लेकर क्या कहा था.
संजय ने अपने एक साक्षात्कार में कहा था कि उन्होंने पहली बार बाला साहेब का नाम अपनी मां नरगिस के मुंह से सुना था. संजू बाबा ने बाला साहेब से पहली मुलाक़ात के बारे में भी बात की थी. उन्होंने बताया था कि, उन्होंने सबसे पहले बाला साहेब ठाकरे का नाम अपनी मां के मुंह से सुना था. मां नरगिस हमेशा कहती थी कि साहेब उनके भाई हैं. वह उनका बहुत ही सम्मान करती थीं.
संजू ने आगे बताया था कि, जब मेरी मां नरगिस इलाज करवाने के लिए अमेरिका जा रही थीं तो उन्होंने हमसे कहा था कि जीवन में कभी कुछ भी जरूरत हो तो मेरे भाई ठाकरे साहेब के पास जरूर जाना. संजय के मुताबिक़, मैं जेल से निकलकर सबसे पहले सिद्धिविनायक मंदिर गया और उसके बाद बाला साहेब से मिलने उनके घर. यह उनसे मेरी पहली मुलाकात थी.
संजय ने खुलासा करते हुए कहा कि, बाला साहेब ठाकरे उन्हें बहुत प्यार करते थे. जब मैं आर्थर रोड जेल में बंद था तो बाला साहेब ठाकरे का हर दिन मेरे पास मैसेज आता था. साहब कहते थे कि संजय को बोल चिंता नहीं करने का, मैं हूं. एक राजनेता से बढ़कर बाला साहेब एक देशप्रेमी थे.
बता दें कि सुनील दत्त बाला साहेब से संजय के लिए मदद मांगने के लिए उनके पास गए थे. तब बाला साहेब ठाकरे ने सुनील दत्त को भरोसा दिलाते हुए कहा था कि, ‘मैं आपकी मदद करूंगा. जो भी करूंगा वह सिर्फ आपके लिए करूंगा.’