अमेरिका में 37 करोड़ का जीवन बीमा, भारत में कोबरा से हत्या, बंदे ने खेला अपनी मौत का खेल
पैसों का लालच बहुत बुरा होता है। फिर जब बात करोड़ों रुपए की हो तो इंसान किसी भी हद तक जा सकता है। अब महाराष्ट्र (Maharashtra) के अहमदनगर जिले के राजूर गांव का यह मामला ही ले लीजिए। यहाँ एक शख्स ने 37 करोड़ के लालच के लिए अपनी ही मौत की साजिश रच डाली। इसके लिए उसने कोबरा (Cobra) सांप का इस्तेमाल किया। वह पुलिस को बेवकूफ बनाने में भी कामयाब हुआ, लेकिन फिर एक गड़बड़ से उसकी पोल खुल गई। तो चलिए इस अनोखे मामले को थोड़ा और विस्तार से जानते हैं।
शख्स के नाम था 37 करोड़ रुपए का जीवन बीमा
22 अप्रैल को अहमदनगर जिले के राजूर गांव में पुलिस अधिकारियों को सूचना मिली कि 54 वर्षीय प्रभाकर भीमाजी वाघचौरे की मौत हो गई। मेडिकल रिपोर्ट में मौत की वजह सांप का काटना आया। प्रभाकर रे 20 साल अमेरिका (America ) में रहने के बाद इस साल जनवरी में भारत वापस आया था। प्रभाकर ने 37 करोड़ रुपए की अमेरिका की एक लाइफ इश्योरेंस पॉलिसी (Life Insurance) ले रखी थी। उसकी मौत की खबर के बाद परिवार ने उन पैसों को लेने का दावा किया।
बीमा कंपनी ने की जांच तो हुआ चौकाने वाला खुलासा
प्रभाकर के डेथ सर्टिफिकेट में मौत का कारण सांप का काटना था। उसके शव की पहचान गांव के ही हर्षद लहमगे और प्रवीण ने की थी। वे प्रभाकर के भतीजे होने का दावा कर रहे थे। पुलिस ने तो इस पूरी कहानी पर यकीन कर लिया था, हालांकि जब बीमा कंपनी ने इसकी जांच शुरू की तो उन्हें गड़बड़ नजर आई। उन्हें शक इस बात से हुआ कि प्रभाकर ने 2017 में भी अपनी जिंदा बीवी की मौत का दावा कर पैसे हड़पने का प्रयास किया था।
शख्स ने रची अपनी मौत की साजिश
जांच में पता चला कि प्रभाकर के एक पड़ोसी को किसी सांप के काटने की जानकारी नहीं थी, हालांकि उसने घर के बाहर एक एम्बुलेंस जरूर देखी थी। वहीं प्रभाकर के कथित भतीजे लाहमगे ने कहा था कि वाघचौरे की मौत कोविड से हुई थी। अहमदनगर के एसपी मनोज पाटिल ने बताया कि जब प्रभाकर के कॉल रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया गया तो उसके जिंदा होने का पता चला। उसने अपनी ही मौत की साजिश रची थी। मौत की झूठी खबर फैला वह दूसरे जिले चला गया था।
कोबरा से कटवाकर रेडी की फेक डेड बॉडी
प्रभाकर के कॉल रिकॉर्ड में पुलिस को पता चल कि उसकी आनप नाम के एक शख्स से बहुत बातचीत होती थी। वह अपने एक साथी के साथ आनप को सुनसान जगह पर ले गया था। यहाँ उसने उसे कोबरा से कटवाकर मरवा दिया। यह सांप लाहमगे ने सपेरे से खरीदा था। प्रभाकर ने इस काम के लिए अपने साथियों को 35 लाख रुपए देने का वादा किया था।
आनप की मौत के बाद प्रभाकर उसके शव को घर ले गया। यहां उसने एक एम्बुलेंस बुलाई और अपने भतीजे से उसके शव की पहचान प्रभाकर के रूप में कारवाई। इसके बाद उन्हें डेथ सर्टिफिकेट मिल गया जिसे परिवार ने दिखाकर अमेरिका की बीमा कंपनी से मुआवजे की रकम (37 करोड़ रुपए) के लिए संपर्क किया। हालांकि कंपनी ने प्रभाकर की चालाकी पकड़ ली।