आर्यन खान ड्रग्स केस में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने NCB और NCP को लेकर दिया बड़ा बयान
बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को मुंबई क्रूज ड्रग्स (Mumbai cruise drugs case) मामले में कोई रिहाई मिलते नज़र नहीं आ रही है. इसी बीच NCB विरुद्ध NCP विवाद भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है. एनसीपी नेता नवाब मलिक लगातार NCB के तरीको पर सवाल उठा रहे है. उनका कहना है कि, एनसीबी ने फर्जी छापेमारी करके आर्यन खान को फंसाया है. उस क्रूज में ड्रग्स बरामद नहीं हुआ था.
एनसीबी के ऑफिस में ड्रग्स की बरामदगी दिखाई गई है. वहीं NCB ने शुरुआत में 11 लोगों को हिरासत में लिया था, बाद में 3 लोगों को बीजेपी के दबाव में आकर छोड़ दिया. मतलब साफ़ है NCB राजनीतिक पार्टी के दबाव में आकर काम कर रही है. वहीं इस मामले में एनसीबी ने भी नवाब मलिक को जोरदार जवाब दिया है. इस विवाद को बढ़ते हुए देख शनिवार को केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
महाराष्ट्र के कराड में संवाददाताओं से बात करते हुए रामदास आठवले ने कहा ‘राष्ट्रीय जांच एजेंसियों की ओर से राज्य में कार्रवाइयां होने के बावजूद शरद पवार के परिवार या किसी और को परेशान करने का किसी तरह का कोई मकसद नहीं है. ये एजेंसियां अपने काम के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र हैं. इनकी कार्रवाइयों में केंद्र सरकार के हस्तक्षेप करने का कोई सवाल ही नहीं उठता है.’
NCB और NCP की इस लड़ाई में मंत्रिपद जाएगा या नौकरी देखने लायक होगा
इसी मसले पर आगे रामदास आठवले ने इस पर अपनी राय देते हुए कहा, इस पूरे मामले में एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े की नौकरी जाती है या फिर एनसीपी से राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बने नवाब मलिक का मंत्रिपद जाता है, यह देखना काफी दिलचस्प होगा.
रामदास आठवले इसके साथ ही यह जिक्र कर रहे थे कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में बॉलीवुड में बड़ी मात्रा में ड्रग्स का प्रसार होने की बात उजागर हुई थी. मंत्री का कहना है कि, आर्यन खान पर हुई कार्रवाई के मामले में भी किसी तरह का पक्षपात नहीं हुआ है. उनके खिलाफ सबूत हैं इसी वजह से कोर्ट भी उन्हें जमानत नहीं दें रही है. ईडी, सीबीआई, एनसीबी की छापेमारी में अगर कोई दोषी पाया जाता है तो कार्रवाई तो होकर रहेगी.
वहीं दूसरी तरफ मामले में प्रसिद्ध वकील उज्ज्वल निकम ने भी इस विवाद पर अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा है कि, राजनीतिक पार्टियों द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों के ऐक्शन पर इस तरफ से सवाल उठाना एक खतरनाक परंपरा की शुरुआत है. इसके साथ ही उन्होंने जांच एजेंसियों के अधिकारियों को भी नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें भी अपनी ड्यूटी पर पूरी तरह से ध्यान देना चाहिए.
गौरतलब है कि आर्यन खान 3 अक्टूबर से ही जेल में बंद है. सतीश मानशिंदे से लेकर अमित देसाई जैसे देश के बड़े-बड़े वकीलों की टीम आर्यन को जमानत दिलाने में लगी हुई है. लेकिन अभी तक आर्यन आर्थर रोड जेल में ही बंद है. आर्यन इस बीच कई बार अदालत में पेश हो चुके है. लेकिन उनके वकील NCB की दलीलों के सामने बौने नज़र आ रहे है.