राजेश खन्ना ने मौत से पहले इस मैसेज को किया था रिकॉर्ड, कहा- जो मन में था कह दिया लेकिन अफ़सोस है कि..’
मरने से पहले फैंस के लिए यह संदेश छोड़कर गए थे राजेश खन्ना, एक ख़ास मैसेज किया था रिकॉर्ड
हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले दिग्गज़ अभिनेता राजेश खन्ना के जैसा स्टारडम पाने की चाहत हर एक फ़िल्मी कलाकार रखता है. हालांकि न ही उनके पहले और न ही उनके बाद उनके जैसा स्टारडम किसी और को हासिल हुआ. वहीं इस बात से भी मुंह नहीं मोड़ा जा सकता है राजेश खन्ना अपने स्टारडम को संभाल नहीं पाए थे.
‘काका’ के नाम से मशहूर राजेश खन्ना को जो शोहरत और कामयाबी फ़िल्मी दुनिया में मिली थी उसे वे लंबे समय तक बरकरार नहीं रख सके थे. बाद में उन्हें इसका बुरा ख़ामियाजा भी भुगतना पड़ा. राजेश खन्ना अपने अंतिम दिनों में बेहद अकेले पड़ गए थे. हिंदी सिनेमा के इस अभिनेता ने साल 2012 में दुनिया को अलविदा कह दिया था. उनका निधन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के कारण हुआ था. हालांकि मौत से पहले राजेश खन्ना एक ऑडियो मेसेज रिकॉर्ड करके गए थे.
बताया जाता है कि मौत से कुछ दिनों पहले ही राजेश खन्ना के व्यवहार में अजीब सा बदलाव देखने को मिला था. उन्हें शायद अपनी मौत का अंदाजा या आभास हो गया था. वे डॉक्टर्स और परिवार वालों से अजीब बातें करने लगे थे. वहीं मरने से पहले ‘काका’ ने अपने चाहने वालों के लिए एक ख़ास ऑडियो मेसेज रिकॉर्ड किया था.
‘काका ने ऑडियो मैसेज में कहा था कि, ‘मेरे प्यारे दोस्तों, भाइयों और बहनों, मुझे उदास और पुरानी यादों में रहने की आदत नहीं है. भविष्य में कुछ भी सुरक्षित नहीं है. जो दिन बीत गए हैं उनके बारे में सोचने से कोई फायदा नहीं. लेकिन महफिल में जब जाने-पहचाने से लोग मिलते हैं तो यादें ताजा हो ही जाती हैं.’ बताया जाता है कि अपने घर-परिवार के लोगों से राजेश खन्ना ने इस ऑडियो मैसेज को अपनी मौत के बाद बजाने के लिए कहा था.
आगे उन्होंने अपनी फ़िल्मी दुनिया से जुड़े एक किस्से के बारे में भी बात की थी. ऑडियो मैसेज में दिवंगत अभिनेता ने आगे कहा था कि, मुझे एक डायलॉग ठीक से न बोल पाने के कारण ख़ूब डांट पड़ी थी. उसी दिन मैंने यह ठान लिया था कि मुझे एक्टर ही बनना है.
राजेश खन्ना ने आगे बताया था कि, ‘मैं फिल्मों में तो आ गया लेकिन सफलता का श्रेय तो आपको ही जाता है. जिन्होंने मुझे स्टार से सुपरस्टार बनाया. मैं किस तरह आपका शुक्रिया अदा करूं, समझ नहीं आता. आप मुझे प्यार भेजते रहें लेकिन मैं उस प्यार को वापस नहीं कर पाया. इस बात का अफसोस है. लेकिन आज सब से ये सब शेयर करके मेरा दिल हल्का हो गया. जो भी मन में था कह दिया.’
बता दें कि, राजेश खन्ना ने साल 1966 में फिल्म ‘आख़िरी खत’ से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की थी. साल 1969 से लेकर 1972 तक उन्होंने एक के बाद एक लगातार 15 हिट फ़िल्में दी थी और वे बन गए हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार. इसके बाद उन्हें ‘काका; नाम से भी पुकारा जाने लगा था. फैंस कहते थे ‘ऊपर आका, नीचे काका.’
राजेश खन्ना उस दौर में बेहद लोकप्रिय हुए थे. हर उम्र वर्ग के लोग ‘काका’ को पसद करते थे. लड़कियों के बीच तो राजेश खन्ना को लेकर गजब की दीवानगी देखने को मिली थी. ‘काका’ की गाड़ी की धूल से लड़कियां अपनी मांग भर लेती थी. वहीं उनकी गाड़ी को लड़कियां चूमकर सफ़ेद रंग से लाल और गुलाबी रंग में बदल देती थी.
राजेश खन्ना का निधन 18 जुलाई 2012 को मुंबई में हो गया था. महज 69 साल की उम्र में ‘काका’ को कैंसर ने हम सभी से छीन लिया था. उनकी अंतिम यात्रा में हजारों की भीड़ शामिल हुई थी. हिंदी सिनेमा के बड़े से बड़े दिग्गज़ कलाकार ‘काका’ को अंतिम विदाई देने पहुंचे थे.