फ़िल्म शोले से जुड़ी यह बात सुनकर परेशान हो गई थी हेमा मालिनी। जानिए क्या थी वज़ह…
शोले फ़िल्म से जुड़ी यह बात सुनकर हेमा मालिनी को लगा था धक्का, परेशान हो गए थे धर्मेंद्र। जानिए...
फिल्म ‘शोले’ बॉलीवुड फ़िल्म इंडस्ट्री की एक सफलतम फिल्मों में शुमार है। जी हाँ इस फिल्म के बाद सच में मांओं ने अपने बच्चों को गब्बर का डर दिखाकर सुलाना शुरू कर दिया था। वहीं, गली-गली दोस्तों की जोड़ी को जय और वीरू का नाम दिया जाने लगा। बता दें कि 15 अगस्त 1975 को रिलीज हुई ‘शोले’ से जुड़े कई किस्से मशहूर हुए। ऐसे ही कुछ किस्से हम आपको बताने जा रहें हैं। जिसे सुनकर ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी को भी परेशानी हुई थी।
बता दें कि हेमा मालिनी को ब्लॉकबस्टर फिल्म शोले के रिलीज होने के बाद एक ऐसी खबर मिली थी जिससे उनके चेहरे का रंग उतर गया था। इतना ही नहीं धर्मेंद्र भी हेमा को परेशान देखकर चिंतित हो गए थे।
गौरतलब हो कि डायरेक्टर रमेश सिप्पी की फिल्म शोले में धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, जया भादुड़ी, हेमा मालिनी, संजीव कुमार जैसे कई बड़े कलाकार थे। फिल्म बनने के बाद एक नहीं कई बार पेंच फंसा था। जी हां कभी कस्टम में फिल्म की प्रिंट फंस गई थी तो कभी फिल्म के क्लाइमेक्स को लेकर संशय उठा था।
वहीं इन सब परेशानियों से अलग जब फिल्म रिलीज हुई तो हेमा एक अलग तरह की उलझन में थीं।
मालूम हो कि हेमा मालिनी दूसरी फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थीं, लेकिन वहां उनकी मुलाकात डायरेक्टर रमेश सिप्पी से हो गई थी।
हेमा ने रमेश से फिल्म का रिव्यू मांगा तो उन्होंने कहा कि दर्शकों को यह पसंद नहीं आई। वहीं आप सभी को जानकारी के लिए बता दें कि यह किस्सा कौन बनेगा करोड़पति के सेट पर हेमा और रमेश सिप्पी ने बताया था।
रमेश ने बताया कि फिल्म दर्शकों को समझ नहीं आई। उन्हें मज़ा नहीं आया। इतना सुनकर हेमा मालिनी बहुत परेशान हो गईं और उनके चेहरे का रंग ही उड़ गया था।
इसके बाद आगे की कहानी अमिताभ बच्चन ने बताई। उन्होंने बताया कि उसी शाम उनके घर एक मीटिंग हुई जिसमें सलीम खान, रमेश सिप्पी और धर्मेंद्र मौजूद थे।
इस दौरान यह तय हुआ कि फिल्म में जय की मौत वाले हिस्से को बदल दिया जाए और उसे जिन्दा कर दिया जाए, क्योंकि शायद राधा (जया बच्चन) के फिर से विधवा हो जाने की बात दर्शक पचा नहीं पा रहे हैं।
लेकिन रमेश सिप्पी ने कहा कि मंडे तक देख लेते हैं, वर्ना कुछ चेंजेस किए जाएंगे। लेकिन सोमवार तक फिल्म दर्शकों के बीच एक अलग ही मुकाम पा चुकी थी।