![](https://www.newstrend.news/wp-content/uploads/2021/10/amitabh-bachchan-talk-about-his-surname-20.10.21-1-780x421.jpg)
अमिताभ बच्चन ने बताया किस डर की वजह से उन्हें अपना असली सरनेम बदलकर बच्चन रखना पड़ा
अमिताभ बच्चन का शो कौन बनेगा करोड़पति 13 इस साल काफी लोकप्रियता हासिल कर रहा है. महानायक इस शो में आए दिन अपनी जिंदगी से जुड़े कुछ न कुछ दिलचस्प खुलासे करते ही रहते है. अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने 18 अक्टूबर के दिन प्रसारित हुए एपिसोड में ऐसे खुलासे किये जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया.
दरअसल, हॉटसीट पर बैठी महाराष्ट्र की कंटेस्टेंट भाग्यश्री तायडे से जब अमिताभ ने उनकी लव स्टोरी के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि 6 साल तक उन्होंने एक दूसरे को डेट किया था. मगर उनके घर वाले उनकी शादी को राज़ी नहीं थे.
इस बारे में जब महानायक ने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों हुआ. तब भाग्यश्री ने उनसे कहा कि उनकी और उनके पति की कास्ट अलग होने की वजह से घरवाले उनके शादी के लिए नहीं माने थे. इस कंटेस्टेंट ने बताया कि, उनके और उनके पति के मनाने के बाद उनके माता-पिता इस शादी में शामिल तो हुए, लेकिन जब उन्हें अगले दिन फोन किया गया तो भागयश्री के माता-पिता ने कहा कि हमने बेटी के प्रति अपना कर्त्तव्य पूरा कर लिया है.
अब उसके और हमारे बीच कोई रिश्ता नहीं है. उसके बाद से भागयश्री ने अपने घरवालों से अब तक बात नहीं की है. भागयश्री की बाते सुनकर अमिताभ बच्चन भी थोड़े भावुक हो गए थे. क्योंकि उनके मां-बाबूजी का विवाह भी अंतरजातीय था.
अमिताभ बच्चन ने इस दौरान भाग्यश्री की तरफ से नेशनल टीवी पर KBC को बीच में रोकते हुए भागयश्री के पिता जी को फोन करवाया और उनसे हाथ जोड़कर यह विनती की कि वह अब सब भूलकर अपनी बेटी को माफ कर दें और बेटी-दामाद को अपनाएं. इसके साथ ही बिग बी ने आगे कहा कि, यह काफी दुखद बात है कि आज भी अपने देश में जाती को लेकर भेदभाव होता है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों में वह थोड़े भावनात्मक हो जाते है. क्योंकि 1942 में उनके माता-पिता ने भी इस परेशानी का सामना किया था.
दिलचस्प कहानी है बच्चन नाम के पीछे की
कवि हरिवंश राय बच्चन यानी अमिताभ बच्चन के पिता हिन्दू कायस्थ थे. वही उनकी माता पंजाबी सिख परिवार से आती थी. अमिताभ बच्चन ने कहा कि उनके माता-पिता की शादी में भी काफी परेशानी आई थी. पर बाद में घर वाले मान गए थे. फिर भी उनके बाबूजी ने इस भेद को ख़त्म के लिए एक ऐसा कदम उठाया, जिससे उनके लिए यह जातिभेद ही समाप्त हो गया. अमिताभ बच्चन ने बताया कि जब स्कूल में उनका दाखिला कराने गए तो स्कूल में पूछा गया कि उनका सरनेम क्या है.
ऐसे में उनके पिता जी ने अपना उपनाम अमिताभ के आगे लगाते हुए कहा कि उनका सरनेम ‘बच्चन’ है. अमिताभ बच्चन ने अपनी बात पूरी करते हुए कहा कि, बच्चन नाम रखकर उनके पिताजी जाती का भेद मिटाना चाहते थे, क्योंकि बच्चन नाम से जाती का बोध नहीं होता.
अमिताभ बच्चन के वर्कफ्रंट की बात करे तो इस समय महानायक छोटे पर्दें पर अपने सबसे पुराने शो कौन बनेगा करोड़पति में दिखाई दे रहे है. उन्हें आखरी बार इमरान हाश्मी के साथ फिल्म चेहरे में देखा गया था. जल्द ही उनकी फिल्म ब्रह्मास्त्र आने वाली है.