कमल हासन की इन फिल्मों को देखने के बाद कई प्रेमी जोड़ों ने कर ली थी आत्महत्या। जानिए वज़ह…
एक ऐसी फ़िल्म जिसे देखने के बाद कई प्रेमी-जोड़ो ने की आत्महत्या। जानिए पूरी कहानी...
साल 1981 में ‘एक दूजे के लिए’ नाम की एक फिल्म रिलीज़ हुई थी। जी हां साउथ की ढेर सारी फिल्में करने के बाद मेनस्ट्रीम सिनेमा में पहुंचे कमल हासन की ये पहली हिंदी फिल्म थी। बता दें कि इस फ़िल्म में सिर्फ़ और सिर्फ़ कमल हासन ही नही थे। जो पहली बार हिंदी सिनेमा में दिखाई पड़ रहे थे, बल्कि उनके साथ में और भी कई लोग थे, जो तमिल-तेलुगु सिनेमा में काम करने के बाद पहली बार हिंदी फिल्मों का हिस्सा बनने जा रहे थे। वहीं मालूम रहें कि इस फ़िल्म को के. बालाचंदर ने डायरेक्टर किया था।
बता दे कि साउथ में कई फिल्मों में काम कर चुके कमल हासन की पहली हिंदी फिल्म भी जबरदस्त हिट साबित हुई। लोगों ने इसे काफी पसंद किया। लेकिन उनकी इस फिल्म के कारण कई प्रेमी जोड़ों ने आत्महत्या करना शुरू कर दिया था। जिसके बाद फिल्म के क्लाइमैक्स को भी बदलना पड़ा था। तो आइए जानते हैं इसी से जुड़ी कहानी…
बता दें कि ‘एक दूजे के लिए’ फिल्म को बालाचंदर ने डायरेक्ट किया था। फिल्म पूरी होने के बाद किसी डिस्ट्रिब्यूटर ने नुकसान होने के डर से नहीं खरीदा। जिसके बाद प्रोड्यूसर लक्ष्मण प्रसाद को खुद अपनी फिल्म डिस्ट्रिब्यूट करनी पड़ी। गौरतलब हो कि फिल्म से ज्यादा उम्मीद नहीं थी लेकिन 10 लाख के सीमित बजट में बनी इस फिल्म ने 10 करोड़ रुपए से ज़्यादा की कमाई की थी। फिल्म को एक नेशनल और तीन फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिले थे। फिल्म में कमल हासन और रति अग्निहोत्री ने किरदार निभाया था।
मालूम रहें कि फिल्म को बहुत पसंद किया गया था। वहीं, फिल्म में कई सीन ऐसे थे, जिनमें नई पीढ़ी की बागी प्रवृत्ति को दिखाया गया था। एक सीन में रति की मां कमल हासन की फोटो को जला देती हैं। ऐसे में गुस्से में आकर रति उस फोटो की राख को चाय में मिलाकर पी जाती हैं। फिल्म ब्लॉकबस्टर जरूर रही लेकिन रिलीज के कुछ वक्त बाद ही एक बड़ी दिक्कत सामने आने लगी। जी हां फिल्म के क्लाइमैक्स में दिखाया गया है कि रति और कमल दोनों के ही किरदार पहाड़ से कूदकर आत्महत्या कर लेते हैं।
ऐसे में फिल्म के आत्महत्या वाले सीन से प्रभावित होकर देश के ढ़ेर सारे कपल्स ने सुसाइड करना शुरू कर दिया। जिसके बाद इसे रोकने के लिए कई सरकारी संस्थाओं ने फिल्म के मेकर्स से बात की। ऐसे में बता दें कि कई मीटिंग्स की गईं। मेकर्स से कहा गया कि वो कुछ ऐसा करें जिससे लोग सुसाइड न करें। लेकिन जब आत्महत्या की खबरें बढ़ गईं तो बालाचंदर ने फिल्म का एंड बदल दिया। लेकिन फिर जनता की डिमांड पर उन्हें ओरिजनल एंड ही चलाना पड़ा।