जय-वीरु सी है भारतीय राजनीति के इन दोस्तों की 7 जोड़ी, एक बार मिले तो फिर कभी नहीं बिछड़े
राजनीति को हमेशा से ही एक गलत दृष्टिकोण के साथ देखा जाता है. कहा जाता है कि सियासत में कोई किसी का नहीं होता है. राजनीति को एक दलदल भी कहा जाता है. हालांकि भारतीय राजनीति में कई ऐसे चेहरे हुए जिनके बीच दोस्ती का एक बेहद मजबूत रिश्ता था या है. जब इन दोस्तों की जोड़ियां साथ चली तो विरोधी चित हो गए, लोग इन जोड़ियों के दीवाने हो गए और ये जोड़ियां खूब चर्चा में रही. आइए आज आपको भारतीय राजनीति की 7 ऐसी ही दोस्तों की जोड़ियों से रुबरु करवाते हैं…
मुलायम सिंह यादव और अमर सिंह…
मुलायम सिंह यादव जिन्हें ‘नेताजी’ के नाम से भी जाना जाता है वे चार बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. मुलायम की दिग्गज़ और दिवंगत अभिनेता अमर सिंह से बेहद अच्छी दोस्ती थी. दोनों की उम्र में चाहे एक लंबा अंतर रहा हो हालांकि इनकी दोस्ती मशहूर थी. 90 के दशक में शुरू हुई इस दोस्ती का अंत अमर सिंह के निधन के साथ साल 2020 में हो गया था.
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी…
यह जोड़ी पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के साथ टूट गई थी. बता दें कि अटल जी ने 16 अगस्त 2018 को अंतिम सांस ली थी. अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी दोनों ही भारतीय राजनीति का एक बड़ा नाम है और दोनों के बीच बेहद गहरी दोस्ती थी.
भारतीय जनता पार्टी को फर्श से अर्श तक पहुंचाने में इस जोड़ी का बड़ा योगदान रहा है. पार्टी के लिए दोनों ने साथ में ख़ूब काम किया है.
पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह…
आज के समय में यह जोड़ी काफी चर्चित है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों ही भारतीय जनता पार्टी के साथ देश की सियासत के बड़े चेहरे हैं. वहीं दोनों की दोस्ती की मिसाल भी दी जाती है.
दोनों संघ के कार्यक्रम में साल 1982 में पहली बार मिले थे और अब तक यह इस जोड़ी की दोस्ती बरकरार है. ये दोनों ही दिग्गज़ एक ही राज्य गुरात से संबंध रखते हैं. पहले दोनों ने गुजरात में राजनीति की जबकि अब देश की बागडोर इनके हाथों में है.
कमलनाथ और संजय गांधी…
यह जोड़ी टूट चुकी है हालांकि कभी इनकी दोस्ती भी ख़ूब चर्चा में रही है. संजय गांधी का सालों पहले निधन हो गया था. संजय और कमलनाथ स्कूल के दिनों से दोस्त थे. फिर आगे जाकर भी ये दोस्त बने रहे और सियासत की दुनिया में साथ काम करते हुए भी इनकी दोस्ती बरकरार रही. बता दें कि संजय भूतपूर्व पीएम इंदिरा गांधी के छोटे बेटे थे. एक समय तो संजय और कमलनाथ की जोड़ी को लेकर कहा जाता था कि, इंदिरा के दो हाथ, संजय और कमलनाथ.
शशि कला और जयललिता…
दक्षिण भारतीय फिल्मों की मशहूर अदाकारा और तमिलनाडु की सीएम रही दिवगंत जयललिता एवं शशि कला के बीच भी दोस्ती का रिश्ता था. साल 1988 से ही दोनों साथ में रहती थीं. हालांकि जयललिता का साल 2016 में निधन हो गया था और यह जोड़ी टूट गई.
टीएमसी की दो सांसद नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती…
नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती दोनों ही तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद हैं और ये दोनों एक-दूसरे की बेहद अच्छी दोस्ती भी हैं. साथ ही आपको बता दें कि, दोनों ही बंगाली सिनेमा की लोकप्रिय और ख़ूबसूरत अदाकाराएं भी हैं.
सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया…
ज्योतिरादित्य सिंधिया हाल ही में जहां मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बने तो वहीं सचिन पायलट राजस्थान कांग्रेस के लोकप्रिय नेता हैं. दोनों कभी कांग्रेस में थे लेकिन सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद भी दोनों की दोस्ती बरकारार है. ख़ास बात यह है कि सचिन के पिता राजेश पायलट और ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया भी आपस में बहुत अच्छे दोस्त थे.