शर्मनाक हरकत! पीरियड्स का पता लगाने के लिए स्कूल में छात्राओं के कपड़े उतरवाकर की गई चेकिंग …
यूपी के मेरठ जिले में स्कूल प्रबंधन की बेहद शर्मनाक हरकत सामने आई है। जी हां बताया जा रहा है कि एक स्कूल के हॉस्टल का बाथरूम गंदा होने पर होस्टल में रहने वाली छात्राओं को मौके पर बुलाया गया। जब किसी छात्रा ने बाथरूम गंदा होने की बात नहीं स्वीकारी तो सभी के कपड़े उतरवाकर एक-एक चेकिंग की गई।
गौरतलब हो कि यह शर्मनाक हरकत यहीं नहीं रुकी, बल्कि इसके बाद धमकी देकर छात्राओं को चुप करा दिया कि अगर किसी को इसके बारे में जानकारी दी तो उसको निकाल दिया जाएगा। इस पर एक छात्रा ने अपने मामा को फोन कर अपने बीमार होने की बात कही। जब वह भांजी को स्कूल से लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे तो बच्ची ने इस घटना के बारे में बताया। इस पर उन्होंने अन्य छात्राओं के अभिभावकों से संपर्क किया तो उनकी बच्चियों ने भी यही शिकायत की।
जिसके बाद अभिभावक इस मामले में एसएसपी से मिले और इस पूरे प्रकरण से अवगत कराया। वहीं, स्कूल प्रबंधन ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। फिलहाल इस मामले में एसएसपी ने एसपी देहात और सीओ को जांच के आदेश दे दिए हैं।
बच्ची ने परिजनों को बताई स्कूल प्रबंधन की गंदी बात…
बता दें कि किठौर क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले व्यक्ति ने 6 सितंबर को अपनी बेटी का एडमिशन इलाके के एक प्राइवेट आवासीय स्कूल में करवाया था। इसी स्कूल में 12 सितंबर को उन्होंने अपनी भांजी का भी एडमिशन कराया था। परिजनों ने एसएसपी को दी शिकायत में बताया कि 19 सितंबर को उनकी भांजी का फोन आया और उसने बीमार होने की बात कही। जब वह भांजी को स्कूल से लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे तो बच्ची ने पूरी घटना बताई।
पानी नहीं होने की वजह से गंदा हुआ बाथरुम…
वहीं बच्ची ने बताया कि उसे पीरियड्स हो रखे थे। वो बाथरूम गई तो पता चला वहां पानी ही नहीं आ रहा है। इस वजह से बाथरूम गंदा हो गया था। जब यह बात स्कूल टीचर को पता लगी तो वह गुस्सा हो गईं। उन्होंने छात्राओं के कपड़े उतरवाकर जांच करवाई। आरोप है कि जब परिजन अपने बच्चे का स्कूल से नाम कटवाने पहुंचे तो स्कूल प्रबंधन ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया।
परिजनों को धमकी भी दी। परिजन पुलिस को सूचना देकर बच्ची को स्कूल से घर वापस ले आए। पीड़ित परिवार ने बताया कि स्कूल में अन्य लोग भी इसी हरकत की वजह से अपनी बच्चियों को लेने आए थे।
एसएसपी ने दिए जांच के आदेश…
वहीं इस मामले में स्कूल की प्रिंसिपल ने सफाई दी है। उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि जिस बालिका के द्वारा आरोप लगाए गए हैं, उसे पुलिस की मौजूदगी में बयान कराने के बाद परिजनों को सौंपा गया था। विरोधियों के साथ मिलकर इस तरह के घिनौने आरोप लगाए जा रह हैं। इस पूरे मामले में मेरठ के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि इस तरह की शिकायत मिली है। जांच के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।