शाही घराने के राजकुमार है राजा भैया, 24 की उम्र में बने विधायक, इतने करोड़ है कुल संपत्ति
करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं राजा भैया, महल में बनवा रखे हैं मिट्टी के चूल्हे
हमारे देश में जनता के बीच राजनेताओं का भी एक लगअलग ही रुतबा होता है. एक नेता हजारों, लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व करता है और उसे अपने क्षेत्र की जनता का ऐसे में समर्थन, साथ, सम्मान और प्यार भी मिलना जरुरी होता है. भारतीय राजनीति के इतिहास में कई ऐसे नेता अब तक हुए हैं जिनकी लोगों के बीच में बेहद ख़ास और बड़ी फैन फॉलोइंग है. जनता उन्हें काफी प्यार और सम्मान देती है. ऐसे ही एक राजनेता है रघुराज प्रताप सिंह (Raghuraj Pratap Singh).
अभी तक आप शायद इनके बारे में नहीं समझ पाए होंगे. तो आपको बता दें कि इनका नाम है ‘राजा भैया’. अब आप समझ गए होंगे कि आख़िर हम आपसे किस नेता के बारे में बात कर रहे हैं.
रघुराज प्रताप सिंह (Raghuraj Pratap Singh) यानी कि राजा भैया उत्तर प्रदेश की राजनीति का एक बड़ा नाम है. जनता के बीच राजा भैया बेहद लोकप्रिय है. न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि राजा भैया को पूरे देश में जाना जाता है और देशभर में इनके ख़ूब चर्चे होते हैं. वे राजनीति का एक बड़ा चेहरा है. एक लंबे अरसे से वे सियासत के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं. वे एक बड़े शाही घराने से संबंध रखते हैं और सियासत में उनकी अच्छी ख़ासी पकड़ है.
राजा भैया की ताकत, लोकप्रियता और रुतबे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अब तक जितने भी चुनाव लड़े है उन सभी में उन्होंने जीत हासिल की है. कई बार तो चुनावी मैदान में खड़े होते हुए उन्होंने रिकॉर्डतोड़ जीत जीत अपने नाम दर्ज की.
राजा भैया एक बड़े नेता होने और शाही परिवार से संबंध रखने के साथ ही करोड़पति भी है. उनके पिता का नाम महाराजा उदय प्रताप सिंह हैं और वे प्रतापगढ़ में भदरी रियासत के राजकुमार हैं.
15 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं राजा भैया…
राजा भैया के पास कुल 15 करोड़ रूपये की संपत्ति है. यह जानकारी उन्होंने साल 2017 में चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में दी थी.
महल में बनवा रखें है मिट्टी के चूल्हे…
राजा भैया का कुंडा के बेंती में खानदानी महल है. महल में राजा भैया ने मिट्टी के चले भी बनवा रखें है. इसके पीछे की वजह उन्हें चूल्हे की रोटी खाना पसंद है. राजा भैया के रिश्तेदार और पूर्व सांसद अक्षय प्रताप सिंह बताते हैं कि रजा भैया की आलीशान कोठियों में मिट्टी के चूल्हे जरूर मिलेंगे. बेंती के अलावा और भी कई जगहों पर उनकी आलीशान एवं खूबसूरत कोठियां बनी हुई है.
24 की उम्र में बने थे विधायक…
राजा भैया करीब 28 सालों से राजनीति से जुड़े हुए हैं. 31 अक्टूबर 1969 को कुंडा में जन्मे राजा भैया महज 24 साल की उम्र में विधायक बन गए थे. पहली बार उन्हें साल 1993 में विधायक चुना गया था. साल 1993 से शुरू हुआ यह सिलसिला अब तक जारी है. वे तब से लेकर अब तक कई बार सांसद और विधायक बने हैं. ख़ास बात यह है कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं और भारी मतों से विजयी होते हैं.
राजा भैया के निजी जीवन की बात करें तो उनकी पत्नी का नाम भान्वी कुमारी हैं. उनके चार बच्चे हैं जिनका नाम राधवी, बृजराज सिंह, राजेश्वरी और शुवराज सिंह हैं.