210 से अधिक देशों में देखी गई ‘शेरशाह’, अमेज़न प्राइम की सबसे ज्यादा देखी जाने वाली फ़िल्म भी बनी
अमेजन प्राइम की सबसे ज्यादा देखी जाने वाली फ़िल्म बनी 'शेरशाह', सिद्धार्थ बना रहे हैं नए रिकॉर्ड
कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन पर बनी फिल्म ‘शेरशाह’ इन दिनों खूब सुर्ख़ियों में बनी हुई है. इस फिल्म में अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा कैप्टन विक्रम बत्रा की भूमिका निभा रहे हैं और उन्हें इस रोल में काफी पसंद किय जा रहा है. यह फिल्म सिद्धार्थ मल्होत्रा के जीवन की सबसे चर्चित और सफ़ल फिल्म बताई जा रही है. हर कोई फिल्म की और सिद्धार्थ के काम की ख़ूब तारीफ़ कर रहा है. बता दें कि, फिल्म में अभिनेत्री कियारा आडवाणी भी अहम रोल में है. वे विक्रम बत्रा की गर्लफ्रेंड रही डिंपल चीमा का रोल अदा कर रही हैं.
शेरशाह 12 अगस्त को रिलीज हुई है और 20 दिनों में इस फिल्म में खूब धूम मचाई है. यह सिलसिला लगातार बढ़ रहा है. विष्णुवर्धन के निर्देशन में बनी इस फिल्म को हर कोई काफी सराह रहा है. फिल्म आए दिन अपने नाम कोई न कोई बड़ा रिकॉर्ड दर्ज कर रही है. ख़ास बात यह है कि ‘शेरशाह’ 210 से अधिक देशों में देखी गई है. साल 1999 के कारगिल युद्ध के हीरो रहे शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की कहानी को दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है. करण जौहर द्वारा प्रोड्यूस की गई ‘शेरशाह’ ने ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म अमेज़न प्राइम पर फिल्म देखे जाने के नए कीर्तिमान स्थापित कर लिए हैं.
भारत में तो फिल्म सबकी पसंदीदा बनी ही है वहीं विदेशी धरती पर भी विक्रम बत्रा की कहानी लोगों का दिल जीतने में सफ़ल रही है. हाल ही में फिल्म के निर्माता करण जौहर ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से फिल्म से जुड़ी एक अहम जानकारी साझा की है. उन्होंने ‘शेरशाह’ द्वारा बनाए गए कुछ ख़ास रिकॉर्ड साझा किए हैं. जिसके मुताबिक़ फ़िल्म 210 से ज्यादा देशों में, 4100 से ज्यादा शहरों और कस्बों में देखी गई है. ख़ास बात यह है कि, ‘शेरशाह’ ने अब अमेज़न प्राइम वीडियो पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली फ़िल्म का रिकॉर्ड भी अपने नाम दर्ज कर लिया.
सोशल मीडिया पर करण जौहर ने पोस्ट साझा करते हुए लिखा है कि, “शेरशाह’ के लिए जो प्यार और सम्मान बरसा उसके लिए आभारी हूं, भावुक हूं और उत्साहित हूं. इतिहास में दर्ज होने वाली इस विरासत को दर्शाना मेरे लिए एक सम्मान रहा.”
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विक्रम बत्रा का कोडनेम था ‘शेरशाह’…
गौरतलब हैं कि साल 1999 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में कैप्टन विक्रम बत्रा की अहम भूमिका थी. उनका कोडनेम ‘शेरशाह’ था जिसका मतलब होता हैं ‘शेरों का राजा’. दुश्मनों से लोहा लेते हुए विक्रम बत्रा 7 जुलाई 1999 को युद्ध में शहीद हो गए थे. महज 24 साल की छोटी उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था, लेकिन आज भी वे अपने साहस और बलिदान के लिए याद किए जाते हैं.
युद्ध में दुश्मनों से लड़ने से पहले कैप्टन विक्रम बत्रा ने बहुत बड़ी बात कही थी जो आज भी हर किसी की आंखें नम कर देती हैं. शहीद होने से पहले और युद्ध के लिए जाने से पहले उन्होंने कहा था कि, ‘या तो मैं लहराते तिरंगे के पीछे आऊंगा, या तिरंगे में लिपटा हुआ आऊंगा. पर मैं आऊंगा जरूर.’