बेटी संग खुदकुशी करने से पहले पिता ने लिखा दुख भर नोट, जिसे पढ़कर नम हो जाएंगी आपकी आंखे
पत्नी की मौत से दुखी होकर एक पति ने अपनी बेटी के साथ खुदकुशी कर ली। बेटी की आयु महज आठ साल की थी। बताया जा रहा है कि मृतक प्रदीप सिंह अपनी पत्नी की मौत से काफी दुखी रहा करता था। पत्नी के जाने के बाद मानसिक तौर से परेशान भी था। ऐसे में उसने ये खौफनाक कदम उठाया और अपनी व अपनी बेटी की जिंदगी खत्म कर दी। मृतक प्रदीप सिंह की बेटी का नाम जसजीत कौर है। ये मामला पंजाब के जगरांव के अगवाड़ लधाई का है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों बाप बेटी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है। पुलिस के अनुसार मृतक प्रदीप सिंह की पत्नी राजवंत कौर ने संदिग्ध परिस्थितियों में एक वर्ष पहले घर में फंदा लगाकर अपनी जान दे दी थी। अपनी पत्नी की मौत के बाद प्रदीप सिंह मानसिक तौर पर परेशान रहता था।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि मृतक प्रदीप सिंह के गांव चकर में रहने वाली मौसी उसकी बेटी जसजीत को अपने साथ ले जाने के लिए इनके घर पहुंची थी। उसने देखा कि घर के सभी दरवाजे खुले हैं और कमरे में प्रदीप सिंह और उसकी बेटी जसजीत कौर का शव पंखे से झूल रहा है। उसने तुरंत परिवारवालों और पुलिस को इस घटना की जानकारी दी।
प्रदीप ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था। जिसमें उसने अपना दर्द बयां किया था। प्रदीप ने लिखा कि पिछला एक साल उसका कैसे बीता वो बयान नहीं कर सकता। उसके मरने के बाद उसकी बेटी किसी पर बोझ न बने इसीलिए वह अपने दिल पर पत्थर रख इतना बड़ा कदम उठाते हुए उसे साथ ले जा रहा है। प्रदीप सिंह ने अपने सुसाइड नोट में अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है।
वहीं प्रदीप ने अपने ससुराल पक्ष के प्रति रोष भी जाहिर किया। रोष जाहिर करते हुए प्रदीप ने कहा कि उसकी मौत की जानकारी ससुराल पक्ष को न दी जाएगा। वो नहीं चाहता है कि सुसराल पक्ष के किसी व्यक्ति को उसके अंतिम संस्कार में शामिल किया जाए। साथ ही प्रदीप ने अपनी सारी जायदाद अपने तीनों मामा को देने की बात भी पत्र में लिखी है। उसने लिखा है कि वो उसकी जायदाद किसी को भी अपनी इच्छानुसार बेच सकते हैं।
इस घटना के बारे में थाना सिटी जगरांव के एएसआई चमकौर सिंह ने बताया कि पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा इस मामले में 174 की कार्रवाई की गई।मृतक प्रदीप की मौसी उसकी आठ वर्षीय बेटी जसजीत को अपने पास रखकर पढ़ाई करवाना चाहती थी। इसी मकसद से वो प्रदीप सिंह के घर आई थी।