हेलन से लेकर मुमताज तक ये अभिनेत्रियां आई थी विदेशी सरजमीं से, फ़िर बॉलीवुड में जमाई अपनी धाक
बॉलीवुड में कई ऐसी अभिनेत्रियां हैं। जो बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक अपना जलवा बिखेर चुकी हैं। वहीं कुछ अभिनेत्रियां बॉलीवुड में ऐसी भी रही हैं। जिन्होंने विदेश की सीमा लांघकर बॉलीवुड में नाम कमाया है। इतना ही नहीं बता दें कि बालीबुड की चकाचौंध का हर कोई दीवाना है। भारतीय सिनेमा ने विदेशी अभिनेत्रियों को भी अपनी और आकर्षित किया है। हिंदी फिल्मों(Hindi Films) की दुनिया में विदेशी हसीनाओं (foreign beauties) का आना नया नहीं हैं।
आज भी कई अभिनेत्रियां हैं जो विदेश में पली बढ़ी हैं। लेकिन बॉलीवुड की दुनिया इन्हें इस कदर रास आई कि ये अब यहीं की होकर रह गई हैं। हिन्दी फिल्मों के रंग में रंगी ये विदेशी अभिनेत्रियां अब देसी हो गई हैं। वैसे गुज़रे ज़माने में भी कई अभिनेत्रियां ऐसी रही हैं ( Yesteryear Actresses) जो विदेशी देशों की सीमाएं लांघ कर और मीलों की दूरियां तय कर बॉलीवुड में आई थीं।
वो बात अलग है कि कुछ के हाथ सफलता लगी तो वो यहीं की होकर रह गईं, तो कुछ असफलता हाथ लगने पर अपने देश वापिस लौट गईं। इन अभिनेत्रियों ने हिंदी सिनेमा जगत में अपना योगदान देकर अपनी अलग पहचान बनाई है। तो आइए आज हम आपको कुछ ऐसी ही अभिनेत्रियों के बारे में बताते हैं। जो विदेश से आकर हिंदुस्तान के रंग में रंग गई…
हेलन…
हेलन को बॉलीवुड में ‘कैबरे क्वीन’ के नाम से जाना जाता है। हेलन सलीम खान की पत्नी और सलमान खान की दूसरी अम्मी हैं। हेलन का जन्म बर्मा में हुआ था। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान हेलन ने अपने पिता को खो दिया था। जिसके बाद वह जंगल के रास्ते छिपते-छिपाते अपने परिवार के साथ भारत पहुंची थीं। परिवार का पेट पालने के लिए हेलन ने फिल्मों में बतौर डांसर काम करना शुरु किया था।
वहीं जब हेलन ने हिन्दी फिल्मों में कदम रखा तब फिल्मों में आइटम डांस कम ही होते थे। लेकिन हेलन के आने के बाद हिन्दी फिल्मों में आइटम सॉन्ग्स और कैबरे डांस की शुरुआत हुई। जिसके बाद फिल्म में हुस्न और डांस का तड़का लगाने के लिए हर डायरेक्टर की पहली पसंद हेलन ही हुआ करती थीं।
मुमताज़…
60 और 70 के दशक में मुमताज़ ने फिल्मी पर्दे पर राज किया था। मुमताज़ ने अपने फिल्मी करियर में कई बेहतरीन फिल्में दीं और टॉप की अभिनेत्रियों में शामिल हो गईं। बता दें कि मुमताज़ की जड़े ईरान से जुड़ी हैं। उनका पूरा नाम मुमताज़ अस्कारी है।
मुमताज के माता-पिता अब्दुल सलीम अस्कारी और हबीब आगा ईरान से भारत आए थे। हालांकि साल 1947 में, मुमताज़ के जन्म के ठीक एक साल बाद दोनों का तलाक हो गया था। वैसे मुमताज़ भी अब विदेशी हो चुकी हैं। एनआरआई (NRI) बिज़नेसमैन मयूर माधवानी से शादी के बाद मुमताज़ लंदन जा बसी थीं।
नादिरा…
साल 1952 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘आन’ से नादिरा ने हिन्दी फिल्मों में कदम रखा था। पहली फिल्म से ही नादिरा स्टार बन गई थीं। नादिरा को उनकी रौबदार अदायगी के लिए आज भी जाना जाता है। नादिरा का जन्म इराक के शहर बगदाद में एक यहूदी परिवार में हुआ था। उनका असल नाम फ्लोरेंस एजेकेल था। 16-17 साल की उम्र में नादिरा एक शादी में शामिल होने के लिए भारत आई थीं। जब डायरेक्टर महबूब खान ने उन्हें अपनी फिल्म आन में साइन कर लिया था।
इसके बाद तो नादिरा की रग-रग में हिन्दुस्तान ऐसे बसा की अपनी वसीयत में उन्होने यहूदी होने के बावजूद खुद को दफनाने की बजाए हिंदू रीति रिवाज़ों से जलाकर अंतिम संस्कार की इच्छा जताई थी।
सलमा आगा…
साल 1982 में आई फिल्म ‘निकाह’ में निलोफर का किरदार निभाकर रातों रात मशहूर हो गई थीं खूबसूरत पाकिस्तानी एक्ट्रेस और सिंगर सलमा आगा। कराची में जन्मी सलमा लंदन में पली-बढ़ी थीं। लंदन में रहते हुए ही उन्हें कई हिन्दी फिल्मों के डायरेक्टर्स फिल्मों के ऑफर देने लगे थे। निकाह के बाद उन्होंने हिंदी ही नहीं तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों में भी काम किया। हालांकि उन्होने एक्टिंग की बजाए सिंगिग को ज्यादा तवज्जो दी।
ज़ेबा बख्तियार…
90 के दशक में एक और खूबसूरत पाकिस्तानी अभिनेत्री ज़ेबा बख्तियार ने हिन्दी फिल्मों में कदम रखा था। राज कपूर की खोज ज़ेबा ने फिल्म हिना से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। हालांकि हिना की सफलता के बाद ज़ेबा की कोई भी फिल्म हिट नहीं रही जिसके बाद वह पाकिस्तान वापिस लौट गईं। ज़ेबा बख्तियार एक्टर जावेद जाफरी और अदनान सामी की एक्स वाइफ भी रह चुकी हैं।